Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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गुटका संग्रह]
२२. अक्षयनिवि दशमी कथा
२४. रत्नत्रय कथा
२५. सुभावितान
२६. अनन्तनाथ कथा
२७. पाशावली
२०. भाषाष्टक
६४४८ गुटका सं० ३ ।
ले० काल सं० १७१२ पौष ख़ुदी ५
विशेष – आयुर्वेदिक नुसखों का संग्रह है ।
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१- समयसार नाटक
२- बनारसी विलास
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ललितकौति
सकल की ति
X
पूर्ण
विशेष निम्न पार्टी का संग्रह है। बनारसीदास
३ चोबीसठाणा पर्चा
४- सामायिक पा
५
मार्च सूत्र
इसके अतिरिक्त अन्य पाठ भी है।
६४४७. गुटका सं० २ पत्र सं० १७२० ३x४] इच भाषा - हिन्दी । ले० काल ★ पूर्ण पेन सं० २६७ ॥
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X पूवेदन स० ३६४ ॥
ले० काल १७१२ पौष वदी ५ । लाहौर मध्ये लिखापितं ।
उमास्वामि
हिन्दी पथ
० ३४६ । प्रा० ६५३ इच भाषा संस्कृत प्राकृत-हिन्दी । वेष्टन सं० ३६८ ।
६- यासार
प्राकृत
७- परमानंद स्तोत्र
संस्कृत
८- श्राणन्दा
महानंद
हिन्दी ४२ प है ।
झाराधना सार, सामायिक पाठ, अष्टपाहुड, भक्तामर स्तोत्र ग्रादि का संग्रह और हैं ।
६४४६. गुटका सं० ४
पत्रसं० ४० । ० ११४५३
विशेष – लिपि विकृत है। विभिन्न पदों का संग्रह है।
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संस्कृत
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संस्कृत
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। भाषा - हिन्दी पद्य । ले० काल
६४५०. गुटका सं० ५ पत्र सं० ७८ प्रा० ६४ इन्च भाषा - हिन्दी-संस्कृत वे० का x । मपू । बेष्टन सं० ३६२ १
विशेष – सामान्य पाठों का संग्रह है।
६४५१. गुटका सं० ६ । पत्र सं० २० प्रा० ९९५ इञ्च भाषा - हिन्दी ले० काल X पूर्ण । वेष्टन सं० ३२३ ।
विशेष – कोकशास्त्र के कुछ अंश हैं।