Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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१००२ ]
[ ग्रन्थ सूची- पंचम भाग
६५०२. गुटका सं० ५ । पत्र० ७ २६ आ० ई६ इख भाषा-संस्कृत | लेकाल X | श्रहं । वेष्टन सं० १३२ ।
विशेष-तत्वार्थ सूत्र सहखनाम स्लोष आदि पाठों का संग्रह है।
० ११५
१५०३. गुटका सं० ६
X पू वेष्टन सं० १२४ ।
विशेष पूजा पाठ संग्रह हैं।
1
५०४. गुटका सं० ७ । पत्र सं० ६० से १२५ ॥ श्र० ६x४ इन्च भाषा संस्कृत-हिन्दी ले० काल x अपूर्ण वेष्टन सं० १३५ ।
विशेष – पूजा पाठ संग्रह हैं ।
1
६५०५. गुटका सं०८०१९२०७५ भाषा-संस्कृत-हिन्दी ले० काल X पूर्ण वेन सं० १३६ ।
विशेष- लिपि विकृत हैं। पूजा पाठ संग्रह हैं।
६५०६. गुटका सं०
पू। तेथून [सं०] १३७ ॥
विशेष - सामान्य गाय है। पट्टी
० ७५ इथ भाषा-संस्कृत-हिन्दी लेकान
२०७१ २०७५ भाषा हिन्दी-संस्कृत ले हान X
भी हैं ।
६५०७, गुटका सं० १० पत्रसं० ६६ ० ६x४ इन्च भाषा संस्कृत-हिन्दी ले० काल X | पूर्ण वेटन सं० १३८ ।
विशेष - सामान्य पाठों का संग्रह है।
५०. गुटका सं० २११ पत्र सं० २२ ग्रा० ११४५ इञ्च भाषा-हिन्दी ले० काल X पूर्ण वेष्टन ० १३९
(१) मरमर स्तोत्र
(५) तीरा चौबीसी पूजा एवं
६५०२. गुटका सं० १२ पत्र ०६८ ० ८२५ इस भाषा संस्कृत हिन्दी | लेकाल x पूर्ण वेष्टन सं० १४० ।
विशेष निम्न पूजा पाठों का संग्रह है
(१) सुन्दर श्रृंगार
(२) बिहारी सतसई
(३) कलियुग चरि
(२) कृत्रिम चैत्यालय पूजा (३) स्वयंभू स्तोम (४) बी सी पूजा (६) शिद्ध पूजा (द्यानतराय कृत) |
५१०. गुटका सं० १३ । पत्र सं० १४५ ० ६४६ इन्च भाषा हिन्दी ले०काल सं० १५०१ पूर्ण वैन सं० १४१ ।
विशेष चाहिपुरा में उम्मेदसिंह के राज्य में प्रतिलिपि हुई थी।
सुन्दरदास
विहारीदास
बासा
पत्र १-५७ ।
५८-१२४ ।
१२५-२६ ।
२० काल सं० १६७४
हिन्दी
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