Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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ग्रन्थानुक्रमणिका ]
[ १२१६
ग्रंथ नाम लेखक भाषा पत्र संख्या | मथ नाम लेखक भाषा पत्र संख्या करकण्टु चरित्र--- मुनि कनका मर अप० ३१५ । कल्यास मन्दिर
सं०७१८,७१९ करकण्ठ चरित्र - म शुभचन्द्र सं० ३१५ | कल्याण मन्दिर स्तोत्र भाषा हि १०४४ करकण्टनोरास- जिनदास
६३२ करुणाष्टक - पद्मनन्दि
सं० ७१६ । कल्याण मन्दिर स्तोत्र भाषा-प्रसयराज श्रीमाल कल्पद्र म कलिका
सं० ११७६ कल्पलता टीका-समयसुन्दर उपाध्याय
कल्याण मन्दिर स्तोत्रवचनिका-१० मोहनलाल
कल्पसूत्र- भद्रवाह स्थामा प्रा० 'कल्याण मन्दिर वृत्ति-देवतिलक स. ७२० कल्पसूत्र बखाण
हि० ११७६ कल्याण मन्दिर वृत्ति - गुरुदत सं० ७२० कल्पसूत्र-बालावबोध
प्रा. हि
कल्याण मन्दिर वृत्ति-नागचन्द्रसूरि सं० ७२० ११
कल्याण मन्दिर पति कल्पसूत्र टीका
हि०११
कल्याणमाला-ग्राशावर सं० ११७६ कल्पसूत्र वृत्ति:
प्रा० सं० ११
कल्याण मन्दिर स्तोत्रवृत्ति-विनयचन्द्र कल्पार्थ--- प्रा०
सं. कल्पाध्ययन सूत्र
प्रा. ११:
| कलजुगरास- उपकुरसी कवि हि० ११७५ कल्पावरि
प्रा० १२ | कलयुग बत्तीसी
६६३ कल्याण करूपम-वृन्दावन हि०७१६ कलश विधि कल्याण मन्दिर--कुमुदचन्द्र सं० ७७२,७७३
कलशारोहण विधान
७६३ ७७५,९५३ कलशारोहण विधि
सं०७२० कल्याण मन्दिर स्तोत्र-कुमुदचन्द्र सं० १०२२
कला बली सती खिज्झाय १०३५, १०६५, १०७४, १०५३, ११२७ |
कलिकाल पंचासिका कल्याण मन्दिर पूना-देवेन्द्रकीति सं० ७६३
कलियुग कथा-पांडे केशव हि० १०५०
१०५३,१०५६,१०६७, १०७७ कल्याण मन्दिर भाषा हि०६३
कलियुग चरित्र-वारण हि० १००२ ६५५, १११०, १०३० कलियुग चौपई
हि० ११३८ कल्याण मन्दिर भाषा-बनारसीदास हिं० ६४१,
कलियुग बत्तीसी ९५८, १६०, १०१९, १०६४, २०७४, कलियुग की विनसौ-देवा अहा हि. १९७६ १०६१, १०६५, ११२२, ११२४, ११४५
कलिकुट पूजा
हि० ७६३,६५६, कल्याण मन्दिर स्तवनावरि-गुणरत्नहरि
___६६४, ११११ सं० ७१६ । कलिकुड पार्श्वनाथ स्तुति हि० ११४५ कल्याण मन्दिर स्तोत्र
कलि बौवस कथा -भ० सुरेन्दकीति हि. ४३५
१०११. १०१२ । कलि व्यवहार पच्चीसी-मन्वराम हि. १००३ कल्याणमन्दिर टीका-हर्षकीति सं० ७१८ | कंवरपाल बत्तीसी-कंवरपाल हि ११७६ कल्याण मन्विर-चरिचवम सं०७१८,७१९ कबल चन्द्रायण पूजा
सं० १०७