Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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गुटका संग्रह ]
श्रजीणं मंजरी
यंत्र वल्लभ
चोबी महाराज पूज
शास्त्र पूजा
विशेष – मुख्यतः निम्न पाठों का संग्रह है
-
गुरु पूजा
बीस तीर्थंकर जखदी
पंचमेश पूजा त्रेपन क्रिया कोष
बारडी
शनिश्चर की कथा कलियुग की कथा
मैनाम
ले० काल सं० १८५०
३७. गुटका सं० ३ | पत्र सं० १३३ ॥ श्र० १० १४७ इव । भाषा - हिन्दी । ले० काल X पूर्ण वेष्टन सं० १४९ ।
लोलिम्बराज
-
मोकार की चौप
आदिनाथ स्तुति
राजुल बारहमासा राजुल पच्चीसी
रेखला
रवन कथा
रामचन्द्र
पदसंग्रह
जैन पच्चीसी
० विनास
हकीति
सुखानन्य
० गुलाल
21
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सुरेन्द्र कीर्ति
हिन्दी
संस्कृत
२० काल सं० १६६५ कार्तिक सुदी ३
सूरत
हिन्दी हिन्दी ग
गांडे केशव
, पद्य
विशेष पांडे केशवदास ने ज्ञान भूषण की में रखा से रचना की थी।
भैया भगवतीदास विनोदी लाल
हिन्दी प
विशेष – निम्न पाटों का संग्रह है
हिन्दी परा
नवल, जगतराम
नवल
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से० काल सं० १८५१
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पत्र सं १७
५० काल सं० १७४४
हिन्दी (पद्य)
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२३
२३
२८
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११८
१३१
१३१
३८. गुटका सं० ४ ० ५० ० ७६ ६च भाषा हिन्दी संस्कृत लेकाल X पूछे। वेष्टन सं० १११ ।
विशेष-पंच मंगल रूपचन्द के एवं तत्वार्थ सूत्र श्रादि प ठ हैं ।
१४०
१४१
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१३. गुटका सं० ५० १०-६५०५६ भाषा-हिन्दी का X पूर्ण वेष्टन सं० ११० ।
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१७७
पत्र १०-१४
१६