Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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पूजा एवं विधान साहित्य ]
बिशेष – नित्यनैमित्तिक पूजा
८५१०. पूजा पाठ संग्रह विषय-संग्रह १० काल X। ने० काल राजमहल (टोंक) |
८५१२. पूजापाठ संग्रह पत्रसं० ३४० ११४५ विषय-पूजा स्तोम प्रावि का संग्रह ले० काल X वपूर्ण वेष्टन सं० २५१ मंदिर राजमहल (टोंक) |
विशेष-पंच स्तोत्र, पूजा, तत्वार्थ सूत्र, पंच मंगल आदि पाठों का संग्रह है । ८५११. पूजापाठ संग्रह- X ०५१०११३५४ भाषा-संस्कृत विषयपाठ संग्रह २० काल XX पूर्ण बेन सं०] १६६ प्राप्ति स्थान दि० जैन मंदिर राजमहल (टोंक) |
८५१३. पूजापाठ संग्रह विषय-पूजा २० काल x । ले०काल X श्री महावीर हृदी |
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८५१८. पूजापाठ संग्रह
पाठों का संग्रह है।
४
पत्र सं० २४ । पत्र सं ० ४ श्र० ९४५ इव । भाषा प्राकृत- संस्कृत । X। पूर्ण वेष्टन सं० २४० प्राप्ति स्थान – दि० जैन मन्दिर
विषय-पूजा स्तोत्र १० कान X
स्थान- दि० जैन मन्दिर धादिना
८५१४. पूजापाठ संग्रह विषय - संग्रह | ले० काल
सहस्रनाम एवं स्वयंभू स्तोत्र ।
पत्र सं० ७० प्रा० ११४६ इन्च भाषा - हिन्दी-संस्कृत । । पूर्ण । वेन सं० २०६ । प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर नागदी बूंदी | विशेष-दी में प्रतिलिपि हुई थी। निम्न पाठ एवं पूजायें हैंमंगलपाठ, सिद्धपूजा, सोलहकारण पूजा, भक्तामर स्तोत्र, तत्त्वार्थसूत्र ८५१५. पूजापाठ संग्रह - X सं० २०८०१६ भाषा संस्कृत विषयपूजा १० काल २१ ०काल XX पूर्ण वेष्टन सं० १७२ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर मादी बूंदी ८५१६. पूजापाठ संग्रह - XI पत्र सं० ८० प्रा० १०३४८ इञ्च भाषा संस्कृत-हिन्दी | विषय-संग्रह ० काल अपूर्ण वेटन सं० १९६३ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर नागदी बूंदी विशेष- नित्य नंगितिक पूजा तथा स्तोत्र हैं । ०५६
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८५१७ पूजापाठ संग्रह ० १०४ इख भाषा संस्कृत-हिन्दी विषय-पूजा स्तोत्र २० काल X काल X पूर्ण वेष्टनसं० ७५ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर नाबदीदी !
विशेष नित्य पूजापाठ एवं तस्वार्थ सूत्र है ।
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का
दी।
विशेष नित्य पूजा पाठ संग्रह हैं।
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०६४६
पत्र [सं० ४७ ० १८५७ जेठ सुदी १ पूर्ण
[ ८७३
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पत्र सं० २-३२०२३४७६
भाषा-संस्कृत हिन्दी | अपू । वेष्टन सं० १०६ प्राप्ति स्थान - दि० जैन मन्दिर
८५१६. पूजा पाठ संग्रह - XI पत्रसं० ६-६६ । आ० विषय-चंद्र र०काल X ले०का X अपूर्ण वेटन सं० १४९ आदिनाथ बूंदी।
भाषा-संस्कृत-हिन्दी प्राप्ति स्थान दि० जैन
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भाषा हिन्दी संस्कृत | वेष्टन सं०] १२ प्राप्ति
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१२x६ इश्व भाषा संस्कृत-हिन्दी | प्राप्ति स्थान दि० मन्दिर