Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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स्तोत्र ५८७ स्तुतिपाठ."। पत्र सं. २ | साइज-११५४५ इन्न । भाषा-हिन्दी 1 विषय-न्तोत्र । रचनाकाल । लेखनकाल । पुरी तथा शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन ० ६.१ ।
५८८ स्तोत्रसंग्रह ....। पत्र सं० ८ । साइज--१४५ इञ्च । भाषा-संस्कृत । त्रिषय-स्तोत्र | रचनाकाल ४ । लेखनकाल | पूर्ण एवं शुद्ध । दशा-सामान्य । बेष्टन नं. २४५ ।
विशेष-सर्वचैत्यवंदन ज्वालामालिनीत्तोत्र, पार्श्वनायस्तोत्र एवं क्षेत्रपालस्तोत्र हैं ।
५८६ स्तोत्रसंग्रह-संग्रहकर्ता-फतेहर'म लुहाडिया । पत्र सं० ११ साइज १०५ इञ्च | भाषा-संस्कृत । विषय-तोत्र । रचनाकाल x | लेखनकाल सं.-१८५१ माघ शुक्ला १४ 1 पूर्ण एवं शुद्ध । बटन नं० २५४ ।
विशेष-जयपुर में सवाईराम ने प्रतिलिपि करवायी थी ।
५६० स्तोत्रसंग्रह ......पत्र सं० ५ | साइन-:१x१ इञ्च | भाषा-संस्कृत | विषय-स्तोत्र । रचना-1 काल X ! लेस्त्रनकाल X | अपूर्ण एटा शुद्ध | दशा-सामान्यः । टन नं० २३: ।
विशेष—पावती स्तोत्र एवं भारती स्तोत्र हैं । ५६१ प्रति नं० २१ पत्र सं० २० । साइज-१२४५ दृश्च । लेखनकाल - । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा-सामान्य । |
विशेष-५ स्तोत्रों का संग्रह है।
२५६२ हनुमत सहस्रनाम'......""| पत्र सं० । साइज-cx४, रञ्च । माषा-संस्कृत । विश्रय-स्तोत्र ।। रचनाकाल X | लेखनकाल-रां० १८३७ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सानाय । वेष्टन नं ० २४० ।
विशेष---जयपुर में महाराजा प्रतापसिंह के शासनकाल में श्री हर्षचन्द्र दायडा ने प्रतिलिपि की थी ।
५६३ हनुमतस्तोत्र......। पत्र सं० १ ! साइज १:४३ इन्च | भाषा-संस्कृत । विषय-स्तोत्र । रचनाकाल x लखनकाल x | पूर्ग एवं शुद्ध | दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २५० |
विशेष – हनुमानजी का चित्र बना कर उनके अंगोंपांना पर मंत्र लिखा हुया है । मन्त्रसिद्धि तथा फल भी लिखा ठुअा है।
५६४ हनुमतस्तोत्र.....! पत्र सं० ६ । साइज Ex3: इन्न | भाषा-संस्कृत । विषय-स्तोत्र । रचनाकाल x लेखनकाल x | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-सामान्य । श्रेष्टन नं ० २.४६ ।
त्रिशेष ---स्तोत्र ब्रह्मांडपुराण में से लिखा गया है।