Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
View full book text
________________
-"
[ चरित्र
पत्र ० ५४६x४
माघ-हिन्दी विषय-चरित्र
रचनाकाल सं०] १७२२ | लेखनका
1
१८४० पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा सामान्य वेष्टन नं० ११५६ | विशेष- " महेश्वर नाहि रचना रची चंद्रनाथ गृहद्वार रे ।" किरिसर में नंदलाल ने प्रतिलिपि की थी। ११३० प्रीतिकरचरित्र-मित पत्र ०१७ चरित्र का एवं सामान्य शुद्ध
भाषा-संस्कृत विषय
११३१ प्रति नं० २ | पत्र सं० ७२ | साइज - १X१
२२६
११२६ प्रद्युम्नप्रबन्ध- देवेन्द्रको
सामान्य वेष्ठन नं० १२३७ ।
चरित्र रचनाकाल x | लेखन
११३२ भद्रबाहु रित्रयाचार्य सननंदि पत्र सं० २३ साइज १०३४ इन्च भाषा-संस्कृत विषयसं०] १६२७येष्ठ बुर्दा १४ पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा सामान्य वेष्टनं० १३०५ विशेष – सांगानेर में राजा भारमल के शासनकाल में प्रतिलिपि हुई थी । १९३३ प्रति न०२ पत्र ०२३
साइज - १११
लेखनकाल x पूर्ण एवं शुद्ध दश
सामान्य वेष्टन नं० १३०७ । १९३४ प्रति नं० ३ पत्र [सं० २६ साइज १० इय लेखनकाल २०१६२६ वैशाख सुदी १ पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा सामान्य वेष्टन नं० १३०० ११३५ प्रति सं० ४
० २१ साइ १०३x२ लेखनकाल x पूर्व एवं सामान्य शुद्ध
दशा- सामान्य । वेष्टन नं० १३०३ |
११३८ प्रति नं० ७
० २५ पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा - सामान्य । त्रैष्टन नं०
साइज १०५ इन्द
१९३६ प्रति नं० ५० ६७११ लेखनकाल सं० १६३४ पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा- सामान्य वेष्टन नं १३११/
११३७ प्रति नं० ६ पत्र [सं० ३३ | साइज - १२= 1 लेखनकाल x पूर्ण एवं शुद्ध दशा-उद्यम | बेटन नं १३१२
विशेष – रूपचंद बिलाला कृत हिन्दी टीका सहित हैं ।
दशा- जी
वेष्ठन नं० १२३६
इन्च | लेखनकाल x | पूर्मा एवं जीर्ण । दशा
रचनाकाल X। लेखनकाल । चपूर्ण एवं शुद्ध
-
साइज ११३८ इन्च लेखनकाल १६४५ पौष सुदी १३१४ ।
विशेष – साह सहसा भार्या साहिदे ने इस शास्त्र की प्रतिलिपि करवाकर श्री विनयसागर को प्रदान किया था 3 ११३६ भद्रबाहु चरित्र | पत्र सं० ३५ | साइज - ११४४ इञ्च । भाषा - हिन्दी] | विषय - चरित्र | दशा सामान्य वेष्टन नं० १३५२ ॥
१९४० भद्रबाहु चरित्र " पत्र सं० ५६ | साइज - १२४१३ रचनाकाल ×। लेखनकाल | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा - सामान्य | वेष्टन नं०
विशेष लेखक का नंदिमित्र की कृपा वर्णन का प्रमुख लक्ष्य हैं ।
| भाषा - हिन्दी गद्य विषय-चरित्र । १३१० |