Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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खन । रचनाकाल x 1 लेखनकाल - मं० १६७१ मंगसिर सुदी । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा- जीर्च । वेष्टन नं० १३१५
विशेष-- सुनि पद्मनन्दि ने गोपाचल में प्रतिलिपि की थी ।
१६७५ प्रति नं० २ | पत्र सं० ६ | साइज - १०३५ इन्च | लेखनकाल - सं० १६०० मादवा सुदी ७ । २०६० तक | सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० १३१६ |
१६७६ भुषनदीपक - श्री पद्मप्रभरि । पत्र सं० १६ । ज्योतिष । रचनाकाल - सं० ११३४ | लेखनकाल - सं० १९३२ : ( बेटन नं ० १३५.७ |
साइज - ११४५ इञ्च । भाषा-संस्कृत | विषय - ३२ ) । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा - सामान्य ।
१६८० भुवनदीपक - हेमप्रभरि । पत्र सं० ३६ | साइज - १३x६ इन्च | भाषा संस्कृत विषय ज्योतिष ।
रचनाकाल × । लेखनकाल | पूर्ण एवं शुद्ध दशा उत्तम | वेष्टन नं० १३५८ ।
१६८९ मानसागरीपद्धति
| पत्र सं० १७१ । साइज - १०३४४३ इव । माषा-संस्कृत | विषय - वनकाल × | लेखनकाल—सं ० १.३० चैत्र शुक्ला १४ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा - सामान्य | वेष्टन नं० १३६१ । | पत्र सं० १ | साइज - १०३४४३ इश्च । भाषा-संस्कृत विषय - ज्योतिष | (रनाकाल × । लेखनकाल । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा- सामान्य । वेष्टन मं० १३६३ ।
१६२ मासेश्वरफ्ल
१६८३ मुहूर्त्तमुक्तावली - परमहंसपरिवाजकाचायें । पत्र सं० ६ | साइज - १२४५३ इन्च | भाषा-संस्कृत 1 विषय- ज्योतिष | रचनाकाल x । लेखनकाल - सं० १८७५ | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा - सामान्य | वेष्टन नं० १४०४ । २५ | साइज - १९९४ इन्च | भाषा-संस्कृत विषय ज्योतिष । दशा - सामान्य | वेष्टन नं० १४०३ ।
१६८४ मुहूर्त्ततामणि
पत्र सं इनन [काल × १ लेखनकाल । श्रपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध
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९६६५ रत्नदीपक पत्र सं० = साइज - १०x४२ इञ्च । भाषा-संस्कृत | विषय - ज्योतिष | रचनाकाल × | लेखनकाल । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा- सामान्य । वेष्टन बं० १५१६ |
१६६६ रत्नमञ्जूषा --पत्र सं० १७ । साइज - १०४४ इन्च | भाषा-संस्कृत विषय ज्योतिष | रचनाकाल X | लेखनकरल | अपूर्ण प्रारम्भ के १२ पत्र नहीं हैं। दशा - सामान्य । वेष्टन नं ० १५२० ।
१६६७ राजयोगवर्शन | पत्र सं० ३ | साइज - १०६४३ च | भाषा - संस्कृत | विषय - ज्योतिष | रचनाकाल × | लेखनकाल X। श्रपू एवं सामान्य शुद्ध । दशा - सामान्य । वेष्टन नं० १५३६ ।
१६ वर्षतस्त्र - श्री नीलकण्ठ | पत्र सं० ३४ | साइज - ११४४३ इच | भाषा-संस्कृत | विषय - ज्योतिष | रचनाकाल X ! लेखनकाल | पूर्ण एवं शुद्ध | दशा - सामान्य वेष्टन नं० १६१६ |
साइज - १०३४४३ हच । भाषा - संस्कृत | विषय - ज्योतिष दशा - सामान्य | वेष्टन नं ० १६१७ |
१६८६ वर्षविनोद - रामविनोद | पत्र सं० १३ | रचनाकाल - शं० १५५० । लेखनकाल । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध
१६६० बृहज्जातक - श्री वराहमिहर | पत्र सं० ३७ । साइज - १०३x५ इञ्च | भाषा-संस्कृत | विजयमोतिष | रचनाकाल < | लेखनकाल । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा उत्तम | न नं० १६६४ |