Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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Auraenim
[संग्रह
२३७१ गुटका नं. ६७ । पत्र सं० ५६ । साइज-११३४७ इन | लेखनकाल-सं. १७०४ पौष शकता अष्टमी । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा-जीर्ण । वेष्टन नं० २४८६ ।
विशेष---गुटके में चौबीस ठाणा चर्चा है।
२३७२ गुटका नं०६८ । पत्र सं० ६ । साइज-६x४६ हश्च । लेखनकाल X । पुर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४.१ ।
विशेष--गुटके में हिन्दी में वज्रनामि की स्तुति है।
२३७३ गुटका नं०६६। पत्र सं० १० ! x लेखनकाल x | अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४०१ ।
विशेष-स्तोत्र पदसंग्रह है।
२३७४ गुटका नं०७०। पत्र सं० ४८ | साइज-८४७ इञ्च । लेखनकाल | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध।। दशा-सामान्य । वेटन नं० २४७३ । विषय-सूची
कत्तों का नाम । समाधिमरण स्वरूप पूजा संग्रह नरको के दोहे चौबीस दंडक
दौलतराम २३७५ गुटका नं०७१। पत्र सं० ५७ / साइज-१०३४५६ इन्च | लेखनकाल X! पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४६ |
विशेष---गुटके में चौबीस ठाणा चर्चा है।
२३७६ गुटका नं० ७२ पत्र सं० ६ ० । साइज-x६ इन्च । लेखनकाल ४ | अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४६।। विषय-सूची कर्मा का नाम
विशेष मतामर स्तोत्र
मानतुन एकीभावस्तीन
वादिराज कल्याणमन्दिर स्तोत्र
कुमुदचन्द्र विषापहारस्तोत्र
धनंजय सिद्धिप्रियस्तोत्र
देवनंदी लक्ष्मीस्तोत्र
पप्रमदेव सामायिकपाठ बोगसारदोहा