Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 371
________________ [ संग्रह २४५४ गुटका नं.१४६ । पत्र सं० १२: ! साइज-४ इश्च | लेखनकाल X| अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध। दशा-सामन्यो । कर्ता का नाम भाषा विषय-सूची पंचसंधि कर्मप्रकृतिविधान बनारसी पद संस्कृत बनारसीदास हिन्दी रचनाकाल से.१७०० २४५५ गुटका नं० १५० । पत्र सं. ५६ । साइज़-४४ इन्च । लेखनकाल-सं. १७८२ । अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४७६ | विषय-सूची सूक्तिमुक्तावली नवरत्नकवित कर्ता का नाम बनारसीदास माषा विशेष २४५६ गुटका नं. १५१ । पत्र सं० २५ । साइज-६x६ । लेखनकाल X| अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४३६ । विशेष--कोई उल्लेखनीय सामग्री नहीं हैं ! २४५७ गुटका नं. १५२ । पत्र सं० १११ । साइज-sx७ इञ्च | लेखनकाल X | अपूर्ण एवं प्रशुद्ध । दशा-जोरी । वेष्टन नं० २५७१ । विशेष --पूजा और हिन्दी पदों का संग्रह है। २४५८ गुटका नं० १५३ | पत्र सं० ११६ । साइज-६x६ इन्च । लेखनकाल-सं. १६१६ फागुण सुदी । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-जीर्छ । वेष्टन नं ० २५७२ । विषय-सूची कर्ता का नाम भाषा विशेष स्वामीकार्तिकेयानमेवा कार्तिकेय प्रात अनस्त मितिव्रताख्यान पं० हरिचन्द नीतिसार संस्कृत पव्वयनरूपण प्राकृत सज्जनचित्तवल्लम संस्कृत २४५६ गुटका नं० १५४ । पत्र सं० १२७ । साइज-७४१३ इन्च । लेखनकाल x। पूर्ण एवं शुद्ध। दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २५७४ । विशेष-गुटके में कोई उल्लेखनीय सामग्री नहीं है। २४६० गुटका नं. १५५ । पत्र सं० १२६ । साइज-८४६ इन्च । लेखनकाल-सं० १७८ सावन मुदो ५ । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा-सामान्य । वेटन नं० २५७५ ।

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