Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 370
________________ संग्रह ] ३४६ २४३३ गुटका नं० १२६ । पत्र से, २ 5-6 } साइज-५६४६ इश्व | लेखनकाल X| अपूर्ण एवं | सामान्य शुद्ध । दशा-जीर्य । बेष्टन नं० २५४६ । विशेष-गुटके में पूजा और स्तोत्रों का संग्रह है। २४३४ गुटका नं० १२६ (क) 1 पत्र सं० ६५ | साहज-६४४३ इञ्च । लेखनकाल X । पूर्ण एवं शुद्ध । शा-सामान्य । वेष्टन नं० २५५० । विशेष-गुटके में पूजा व स्तोत्र संग्रह है। २४३५ गुटका नं. १३० । पत्र स. १०५ । साइज-६x६ इञ्च | लेखनकाल ४ । पूर्व एक सामान्य शुद्ध । शा-सामान्य । वेष्टन नं. २५५१ । विशेष-बनारसीविलास के कुछ पाठों का संग्रह है। २४३६ गुटका नं० १३१ । पत्र सं० १०६ | साइज--x५ इछ । लेखनकाले ४ । पूर्ण एवं शुद्ध । दशासामान्य । वेष्टन नं० २५५३ । विशेष-गुटके में शुभचन्द्र कृत त्रिलोकपूजा है। २४३७ गुटका नं० १३२। पत्र सं० १०५ । साइज-१०x४३ इञ्च । लेखनकाल X । पूर्व एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २५१४ । -विषय-सूची कता का नाम कर्मकांडगामा श्रा० नेमिचन्द्र माहत विशेषसत्तात्रिभंगी मावत्रिभंगी शानार्गव श्रा० शुमचन्द्र संस्कृत पनक्रिया गोमट्टसारगाथा टीका ( गुणस्थान ) प्राकृत स्वामीकार्तिकेयानुप्रेक्षा कार्तिकेय उपासकाचार पूज्यपाद संस्कृत २४३८ गुटका नं० १३३ । पत्र सं० २६-१.४ । साइज-६x६ इन्च । लेखनकाल ४। अपूर्ण एवं । शुद्ध । दशा-जीर्ण । वेष्टन नं० २५५५ । विशेष—विभिन्न कवियों के पदों का संग्रह है। २४३६ गुटका नं०१३४ । पत्र सं० ११२ । साइज-६x६ इञ्च । लेखनकाल ४ | अपूर्ण एक सामान्य - शुद्ध । दशा-सागान्य । वेष्टन नं० २५५८ । कर्ता का नाम भाषा विशेष सामायिक पाठ संस्कृत माषा विषय-सूची

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