Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 322
________________ 1 विशेष — ब्रझरायमल्ल कृत संस्कृत टीका सहित है । १६६२ प्रति नं० २० | पत्र सं० ७ साइज - Xइन् । लेखनकाल x । पूयं एवं शुद्ध दशा- उत्तम । न नं० १२६७ । विशेष – कल्याणमन्दिर स्तोत्र भी इसी में है । ३०१ १६६३ प्रति नं० २१ । पत्र सं० १४ | साइज - १२३४६ इच । लेखनकाल X | अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध सी-सामान्य वेष्टन नं ० १२६५ | विशेष --- प्रति संस्कृत टीका सहित है । १६६४ प्रति नं २२ | पत्र सं० ४० | साइज - ११ ५३ इव । लेखनकाल - सं० १७५० कार्तिक बुदी ११ । एवं शुद्ध | दशा - सामान्य । वेष्टन नं० १३०० विशेष - ब्रह्मरायमल्ल कृत संस्कृत टीका सहित है । १६६५ भक्तामर स्तोत्र वृत्ति- बहरायमल । पत्र ० ४३ | साइज - ११३५३ इन्च | भाषा-संस्कृत | विषय -- शो | रचनाकाल - सं० १६६७ श्राबाद सुदी ५ | लेखनकाल - सं० १७४६ वैशाख सुदी १ । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा - सामान्य टिन नं० १२६६ । ५५ १६६६ भक्तामर स्तोत्र भाषा - श्रखयराज श्रीमाल | पत्र सं० २५ | साइज - १२४६ इञ्च । भाषा - हिन्दी गद्य विषय - स्तोत्र । रचनाकाल x 1 लेखनकाल x 1 पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा- सामान्य । वेष्टन नं० १३०२ १. १६६७ प्रति नं० २७ पत्र सं० २२ | साइज - ११३५ई इव । लेखनकाल x 1 पूर्ण अन्तिम पत्र नहीं है । शुद्ध दशा - सामान्य 1 वेष्टन नं० १३०१ । .... 4:1 NEI १६६८ भक्तामर स्तोत्र भाषा पं० जयचन्द्रजी धारा । पत्र सं० २६ | साइज - १०३x४ इन्च | भाषाहिन्दी | विषय - स्तोत्र | रचनाकाल - सं= १५७० | लेखन काल - सं० १६१५ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्धः। दशा-सामान्य नं. १३०३ । --~..." १६६६ भक्तामर स्तोत्र भाषा" पत्र २१ | साइज - ६३x४ । भाषा - हिन्दी | विषय - स्तोत्र | रचनाकाल × । लेखनकाल - सं० १८०४ | पूर्ण एवं शुद्ध । दशा - सामान्य । वेष्टन नं० १३०४ । २००० भक्तामर स्तोत्र कथा - नथमल लालचन्द | पत्र सं० ६२ | साइज - ८३५ इव । भाषा - हिन्दी | विषयस्तोत्र । रचनाकाल - सं० १८२६ | लेखनकाल सं० १८२६ | पूर्ण एवं शुद्ध । दशा - सामान्य । वेष्टन नं० १३०५ | २००१ भूपालचतुर्विंशति - भूपाल कवि । पत्र सं० १० | साइज - १०x४३ इञ्च । भाषा - संस्कृत । विषयस्तोत्र । रचनाकाल X | लेखनकाल x | पूर्ण एवं शुद्ध दशा - सामान्य | वेष्टन नं० १३६० । २००२ प्रति नं० २ । पत्र सं० ७ | साइज - १०३४५ इन्च । लेखनकाल । पूर्ण एवं शुद्ध । दशासामान्य । वेष्टन नं ० १३६५ । विशेष – सिद्धिप्रिय रतोत्र ( देवनन्दि ) एवं कल्याणमालास्तोत्र भी दिये हुये हैं ।

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