Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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[ स्कुट साहित्य
२२३६ प्रति नं० ३ | पत्र सं० २ | साइन- ११४७३ इ । खदकाल | पूर्व सामान्य युद्ध |
दशा- सामान्य | वेष्टन नं० ८०४ ।
२२४० प्रति नं ४ | पत्र सं० ६१ । साइज - १२३x६३ इञ्च । लेखनकाल - सं० २०२ । पूर्ण एवं शुद्ध. दशा- सामान्य । वेष्टन नं० ८०५ ।
विशेष- जिहांनाबाद नगर में रूपचंदजी के शिष्य पं० दयाराम ने प्रतिलिपि की थी ।
२२४१ प्रति नं० ५ । पत्र सं० १५० | साइज - १६४५ इश्च । लेखनकाल - सं० २०३८ | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा - सामान्य | वेष्टन नं००६ |
२२४२ धर्मपरीक्षा भाषा-अ दशरथ निगेला पत्र [सं० ४७ | विषय-सनीक्षर । रचनाकाल - सं० १५१८ । लेखनकाल । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध
साइज - ११६४४ इत्र । भाषा - हिन्दी । दशा - सामान्य । वेष्टन नं०८०७ |
२२४३ धर्मपरीक्षा भाषा - पन्नालाल चौधरी | पत्र सं० १६६ | साइज - १२९= इञ्च । भाषा - हिन्दी-नाथ । विषय-परीक्षा | रचनाकाल - सं० १६३२ । लेखनकाल - सं० १६४७ | पूर्ण एवं शुद्ध । दशा- सामान्य । वेष्टन ०८०८ | विशेष-पत्र नं० १६ का १३७ की हो दूसरी प्रति है। प्रथम श्रठ पत्र नहीं हैं। लक्ष्मीचंदजी छाबड़ा पंसारी ने प्रतिलिपि करवायी भी ।
२२४४ धर्मपरीक्षा - मुनिरामचन्द्र । पत्र सं० ३४ | साइज - १९४५ इन्च भाषा-संस्कृत । विषय-परीक्षा | रचनाकाल × 1 लेखनकाल - सं० १७२१ मंगसिर सुदी ५ | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा - सामान्य । बेष्टन नं०=० | विशेष - सरोजपुर नगर में पं० कामराज के शिव्य देवराज सुखदेव के पउनार्थ प्रतिलिपि की गयी मां ।
विषय - स्फुट एवं अवशिष्ट साहित्य
प्रन्थ सख्या -५=
। पत्र सं० ३, १६-६ | साइज - १४
| भाषा - हिन्दी | विषय-पुराण |
२२४५ अतरवाच्य रचनाकाल x | लेखनकाल- सं० १५८३ भादवा सुदी ४ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा सामान्य । वेष्टन नं ६० (क) विशेष-- नेमिनाथ, पार्श्वनाथ तथा महावीर स्वामी की जीवनी वेताम्बर सम्प्रदाय के सिद्धान्तों के अनुसार हैं । पत्र सं० २० | साइज - १२४६३ दश । माषा - हिन्दी | विषय-पूजा - भजन
२२४६ अनुभवविलास
नं० १६ ।
व पद संग्रह | रचनाकाल X 1 लेखनकाल x | अपूर्ण एवं शुद्ध दशा उत्तम विशेष - प्रारम्भ के २२ पत्रों में पूजा संग्रह है ।