Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

View full book text
Previous | Next

Page 355
________________ ३३४ ध्यानवतोसी प्राचीन राजाओं का समय २३४५ गुटका नं०४१ । पत्र सं० ४४ | साइज-x= इन्च । लेखनकाल-सं० १७२२ मंगसिर दी। अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध ! दशा-सामान्य । वेष्टन नं. २४६३ । विषय-सूची कर्ता का नाम माषा शालिभद्र चौपई जिनसिंह सूरि हिन्दी बीसविरहमान गीत २३४६ गुटका नं०४२ । पत्र सं० ४३ । साइज-७४५ इश्च । लेखनकाल x | अपूर्ण एवं शुद्ध । सामान्य | वेष्टन नं० २४६५ । विषय-सूची फा का नाम माषा चरचाशतक 4. बुधजन द्रव्यसंग्रह भाषा २३४७ गुस्कानं०४३ । पत्र सं० ५ ० । साइज-१०३४६ इश्च । लेखनकाल X| अपूर्ण व सामान्य शुद्ध | दशा-जीर्ण । वेष्टन ने ० २४६८ | विशेष-गुटके में पूजात्रों का संग्रह है। २३४८ गुटका नं. ४४ । पत्र सं० ४८ | साइज-८४५३ च 1 लेखनकाल-सं० १०१०। पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २४६६ । विषय-सूची कर्ता का नाम माष जिनसहस्रनाम अाशाधर संस्कृत रत्नत्रयपूजा " .. शांतिचक्रपूजा - पं. रड्यू अपनश पद्मावतीस्तोत्र लेखनकाल सं० १८०५ । संस्कृत अनंतत्रतपूजा २३४६ गुटका नं०४५। पत्र सं० ४० । साइज-५३४५३ इञ्च । लेखनकाल-२० १८२० । अपूर्ण एवं अशुद्ध । दशा-सामान्य । बेष्टन नं० २४५३ । विषय-सूची कर्ता का नाम भाषा विनोद सतसई कवि वृदं . हिन्दी माहिरा

Loading...

Page Navigation
1 ... 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446