Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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गुटके ]
विशेष उल्लेखनीय संग्रह नहीं है ।
० गुटका नं० ७१ । पत्र सं० १२० साइज: x६ | लेखनकाल - सं० १७६८ पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा- सामान्य । वेष्टन नं. ३३१ |
कर्ता का नाम
विषय-सूची
सामुद्रिक शास्त्र म्नरासो
शील रासो
गुरावली
'पायुर्वेद के नुस्खे
सालहोत्री श्रश्व चिकित्सा
पुरुषस्त्रीलक्षण
नागानी जोगमाला
यद्भुतरससागर
श्रमरायमल
बेष्टन नं० ३३२ ।
भाषा
हिन्दी
विशेष – कोई उल्लेखनीय सामग्री नहीं है ।
नवल
भैय्या भगवतीदास
बुधजन
11
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12
गुटका नं ७ | पत्र सं० = | साइज - ६५ इञ्च | लेखनकाल - सें० १९४२ चैत्र सुदी ४ | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध दशा- जीर्ण | बेष्टन नं० ३३१ |
विषय-सूची
कर्ता का नाम
सामुद्रिक (स्त्री पुरूष लक्षण )
भाषा
हिन्दी लिपि
संस्कृत
हिन्दी
संस्कृत
गुटका ०७३ | पत्र सं० २० | साह - ६६ । लेखनकाल । श्रपूर्ण एवं शुद्ध दशासामान्य । वेष्टन नं० ३३१ |
विशेष-२६= स्फुट दोहों का संग्रह है।
गुटका नं० ७४ । पत्र सं० ३८ | साहन ६५ इन्च | लेखनकाल x 1 पूर्ण एवं शुद्ध । दशा - सामान्य ।
33
६३
माषा
हिन्दी
17
गुटका २५ पत्र सं० ० | साह ५४४ च । लेखनकाल- सं० १८६३ । पूर्ण एवं शुद्ध दशा- जीर्ण । वेष्टन नं ० ३३२ | लिपि विकृत ।
कर्ता का नाम
विषय-सूची
तीन चौबीसी
जय पच्चीसी
निर्वाण कांड भाषा
संबोध अक्षर बावनी
"
विशेष
रचना सं० १६२=
विशेष
मं० १७४६ बाट सुदी १३
वशेष