Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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[ पुराण है। सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेटन नं ० १७३ ।
विशेष-दो प्रतियों का सम्मिश्रण है |
१००२ नेमिनाथपुराण-ब्रह्म नैमिदत्त । पत्र सं० ४७६ । साहज-१०४४३ इञ्च । माषा-संस्कृत । विषयपुराण । रचनाकाल x | लेखनकाला . १७८ ? बैशाख सुदी ११ ! पूर्ण एवं शुद्ध । दशा-सामान्य । श्रेष्टन नं ०६१५
विशेष-हिन्दी टवा शंका सहित है । उदयपुर नगर में ब्रह्मरम के शिष्य ब्रह्म हीरा के पठनार्थ पुराण की लिपि हुई री । उस समय वहाँ महाराज संग्राम सिंहजी राज्य करते थे । बाषि मागचन्द ने प्रतिलिपि की मी ।
१००३ प्रति नं.। पत्र सं० ११ । साइम-१२४५१ इन्न । लेखनकाल-स. १७५: । पूर्ण एक सामान्य शुद्ध ! दशा-सामान्य | वेटन नं. ३१६ |
विशेष--दिवसा ( दौसा ) नगर में प्रतिलिपि की गयी थी।
१८८४ प्रति नं. ३ । पत्र सं० १९८ | साइज-2१३४५ इञ्च ! लेखनकाल-सं० १६४२ प्रासोज सुदी १० पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-सामान्य । वेष्टन नं. 218 |
विशेष-कुली ( जयपुर ) ग्राम में समस्त श्रावकों ने प्रतिलिपि करत्राफर मडलाचार्य नेमिचन्द्र को भेंट दिया था।
१५०५ प्रति नं.४। पत्र सं० १६१ । साइज-११x१३ इञ्च । लेखनकाल-सं० १६४८ भादवा सुदी ८ | अपूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन ० ६.२० ।
१०.६ प्रति नं.५। पत्र सं० १२३ । साहज-१1xs इन। लेखनकाल-सं० १८७१ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य | वेष्टन नं. ६२१ ।
विशेष--प्रतिलिपि जयपुर में हुई थी ।
१०.७ प्रति न०६ । पत्र स. १६० । साइज-१०६x४६ च । लेखनकाल-स. १७५१ भादवा बुदी ६ । पूर्ण एवं शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं. १२२ ।
विशेष-हिन्दी रचा टीका सहित हैं । उदयपुर में प्रतिलिपि की गयी थी। ब्रह्मराम के पठनार्य टीका की गयी थी।
१००८ नेमिनाथ पुराण-भागचंद । पत्र सं० १३३ । साइज-२३४६३ इञ्च । मापा-हिं दो-गध | विषय-चरित्र । रचनाकाल-सं० १६०७ | लेखन काल ४ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं. ६२३ ।
विशेष-प्रशस्ति दी हुई है । लेखक ने ६३ दिन में ही अन्म रचना समाप्त की भी ऐसा उल्लेख है ।
१००६ पद्मपुराण-रविषेणाचार्य । पत्र सं, ८३६ | साइज-१२४६ इन्च । भाषा-संस्कृत । विषय-पुराण । रचनाकाल x | लेखनकाल-सं. १८२२ वैशाख सुदी १४ । पूर्ण एवं शुद्ध | दशा-उत्तम । वेष्टन नं ० १७४ ।।
विशेष-अंजमेर में खुशालचन्द ने प्रतिलिपि की मी !
१०१० पद्मपुराण-भट्टारक श्री सोमसेन । पत्र सं० १४७ । साइज-६३x६६ इन्च । मात्रा-संस्कृत । विषय-' पुराण । रचनाकाल X । लेखनकाल-सं० १७१६ असोज मुदी ५ ! पूर्व एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । बेश्टन नं. ६७