Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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सुटके ]
६५ गुटका नं० १
समान्य शुद्ध दशा- सामान्य बेटन नं. ३३१ ।
देश दशा सामान्य वेष्टन नं० ३६१ ।
विशेष पूजा पाठ संग्रह है।
विशेष सवालों के गोत्रों की सूची एवं उनका सामान्य परिचय है। ६२६ गुटका नं० १७६० १०६ साइज
६८७ गुटका नं० १८०० १२०० लेखनकाल पूर्ण पूर्व सामान्य शुद्ध सामान्य वेष्टननं० २८० |
विशेष किसने ही रोगों के नमखे दिये हुये है। शरम्भ और अन्त में कुछ मंत्र मोदिये है जिनसे भी रोगों की शांति होती हैं ।
विषय-सूची
सिकमिया
CURसमा 'जन
गार प्रम
गुटका नं० ११ पत्र सं०-६० लेखनकाल पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा-सामान्य वेष्टन नं० २०५ ।
११७
० ३० साइज १०० लेखन सं० १८८२ पूर्व एवं
दशा- सामान्य । वेष्टन नं० २५५
विशेष – पद संग्रह है।
दिशा - सामान्य । वेष्टन नं ० २५४ ।
विषय-पूची
लेखनकाल- सं० १७०४ पूर्व एवं सामान्य
कर्ता का नाम केशवदास
विशेष उल्लेखनीय संग्रह नहीं है ।
शुद्ध दशा- सामान्य वेष्टन नं० २५४ | I
चिंतामणि
गुटका नं० १८२० ३२१११ लेखनकाल X पूर्य एवं सामान्य शुद्ध
भाषा
हिन्दी
६६० गुटका नं० २०३ पत्र ०६६-१३५ इस लेखनकाल x पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध ।
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६६१ गुटका नं० १८४ 1 पत्र सं० ७३ | साइज - ५३५ इन्च | लेखनकाल X | अपूर्ण प्रारम्भ के पत्र नहीं हैं। दशा - सामान्य | वेष्टन नं० २५४ ॥
विशेष पूजा पाठ संग्रह है।
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कर्ता का नाम मनोहरदास
विशेष
६६२ गुटका नं० १८५ पत्र २७ साइज ४३५ इञ्च लेखनकाल सं० १८२१ पूर्व एवं सामान्य
भाषा
हिन्दी
विशेष