Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
View full book text
________________
[ गुदई
शांतिनाथाष्टक नत्रकारमंत्र ऋद्धि मंत्र सहित लक्ष्मीस्तोत्र महालनीप्रभावकन्तोत्र जैनस्यावाद मत गायत्री मंत्र विधान त्रिपुरसुन्दरीस्तोत्र अन्नपूर्णास्तोत्र गुरावली स्वस्त्पनविधान ज्योतिषसागेदार श्रादित्यस्तोत्र
वेदव्यास
चन्द्राष्टक . मंगलस्तोत्र बुधस्तोत्र वृहस्पतिस्तोत्र शुक्रस्तोत्र शनिस्तोत्र सूर्यस्तोत्र वृहत्स्वयंभूस्तोत्र पार्श्वनाथारक
१०२६ गुटका नं० २२२ | पत्र सं० २५-७ । साइज-४४ इन्च । लेखनकाल-सं. १८१० । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं. १६८ । विषय-सूची
कर्ता का नाम
भाषा
विशेष ज्ञानचिंतामणि
मनोहरदास
हिन्दी 'पापीडा' गीत प्रेम सोनी
रनना सं. 10 बावन वचन भट्टारक पट्टावलि पातिस्याही को न्योरा श्रामेर के राजा की वंशावलि चन्द्रगुप्त के सोलहस्वप्न चार मित्रा की कथा
। । ।