Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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मंत्र घर जयपताका मंत्र यंत्र पूजा होमविधि फुटकर मंत्र संग्रह
१७४ गुटका नं. १६७ । एत्र सं० १३ । साइज-६४६ इन्च । लेखनकाल X| पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध। दशा-सामान्य । वेष्टन नं. ३५४ ।
विशेष-गुगारयान सम्बन्धी चर्चायें हैं ।
६७५ गुटका नं-१६८ । पत्र सं० ५४ | साइज-3x५ इञ्च | लेखनकाल x। पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध। दशा-सामान्य | वेटन नं० २५४
विशेष-हिन्दी के पदों का संग्रह है।
६७६ गुटका नं० १६६ 1 पत्र सं० १४ | साइज-५४४ इञ्च | लेखनकाल x 1 सामान्य । वेष्टन नं.१४[
विशेष-उल्लेखनीय संग्रह नहीं है |
६७७ गुटका नं० १७० । पत्र सं० १०० । साइज-६४५ इञ्च | लेखनकाल X । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । बेष्टन नं०३४८ । विषय-सूची
की का नाम
भाषा शांतिनामस्तोत्र
संस्कृत मक्तामर भाषा
हेमराज
हिन्दी कल्याणमन्दिर स्तोत्र
बनारसीदास विषापहारस्तोत्र भाषा
अचलकीति नेमीश्वर स्तुति तत्त्वार्यसूत्र
उमास्वाति
संस्कृत पंचमंगल
रूपचंद
हिन्दी दृ'द सतसई
वृद कवि ६७८ गुटका नं० १७१ । पत्र सं० ३६ ! साइज ६x६ इञ्च । लेखनकाल X| पूर्ण एवं सामान्य शुद्धा दशा-सामान्य । वेष्टन नं० १०० ।
विशेष-मंत्रादि संग्रह है।
६७E गुटका नं० १७२ । पत्र सं० ४६ । साइज-६x४ इञ्च । लेखनकाल | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध ।।। दशा-सामान्य । वेष्टन नं० १६१ ।
८० गुटका नं०१७३ । पत्र सं० १६२ । साइज-६x४ इश्च | लेखनकाल x | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध। दशा-सामान्य । वेष्टन ने ० ३६१ ।