Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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गुटके ]
सोल कारणपूजा
दशलापूजा
रमत्रयपूजा
पंचमेरूपूजा
श्रष्टादिकापूजा
श्रनन्तपूजा
पंचमंगल
संबोधपंचासिका
पार्श्वनाथ पूजा
भक्तामर स्तोत्र
तत्त्वार्थपूत्र
पच्चीसी
निर्वाणकोट भाषा
शांतिपाठ
दशा - सामान्य 1 वेष्टन नं० ३२० ।
भूधरदास
रूपचंद
द्यानतराय
विषय-सूची
मनज्ञान संग्राम
श्रा० मानतुल
उमास्वाति
भगवतीदास
विशेष – पूजाओं का संग्रह है ।
उपदेशांन
भक्तामर स्तोत्रीत्पत्ति कथा
स्तोत्र महात्म्य
जैनशतक
पार्श्वनाथस्तोत्र
बारह भावना
प्राकृत
कर्त्ता का नाम सेवाराम
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पं० बुधजन
नयमल लालचंद
संस्कृत
हिन्दी
भूधरदास
यांनतराय
भगवतीदास
प्राकृत
संस्कृत
हिन्दी
हिन्दी
23
संस्कृत
४५ गुटका नं० ३७ | पत्र सं० ६० | साइज - ४५ इव । लेखनकाल x | पूर्व एवं सामान्य शुद्ध ।
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हिन्दी
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८४६ गुटका नं ३ | पत्र सं० २०३ | साइज २४३ इञ्च । लेखनकाल x | पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा - जीर्ण | वेष्टन नं० २२० ।
विशेष – पूजाओं का संग्रह है ।
संस्कृत
= ४० गुटका नं० ३६ । पत्र सं० १३२ । साइज - ७९५ ६ | लेखनकाल- सं० १८६४ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध | दशा - सामान्य । वेष्टन नं० ३२० ।
रचनाकाल १०
欢
भाषा
हिन्दी
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विशेष
श्रपूर्व