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सन्देश
१५३
अभिनन्दनीय प्रयास
शुभ
कामना
हमें अपने इस भुसावल के यशस्वी चातुर्मासकाल में ज्ञात हुआ कि - आगामी वर्ष में-मुनिद्वय (उपाध्याय मालवरत्न श्रद्धेय श्री कस्तूरचन्दजी महाराज एवं आगमतत्त्वविशारद प्रवर्तक श्री हीरालालजी महाराज) अभिनन्दन ग्रन्थ का शानदार-सुन्दर शैली में प्रकाशन हो रहा है।
हमने प्रत्यक्ष अनुभव भी किया कि सुलेखक श्री रमेश मुनिजी महाराज एवं विशारद श्री नरेन्द्र मुनिजी महाराज ग्रन्थ सम्बन्धित लेखन एवं संकलन कार्य में पूरे दिन व्यस्त रहते थे।
हमारा संघ भी आप मुनिद्वय का हार्दिक अभिनन्दन करता हुआ पूर्ण श्रद्धा अभिव्यक्त करता है।
-श्री व० स्था० जनसंघ
भुसावल
उपाध्याय श्री कस्तूरचन्दजी महाराज का व्यक्तित्व एवं कृतित्व किसी से भी छिपा हुआ नहीं है । आप शांत स्वभावी, समतासागर, महान् आगमज्ञ एवं ज्योतिर्धर हैं । आप युग-युग जीयें और देश-समाज को अपनी पीयूषोपम वाणी सुनाते रहें।
प्रवर्तक पंडित मुनि श्री हीरालालजी महाराज के दीक्षा स्वर्ण जयंती के संदर्भ में हमारे संघ की ओर से सुदीर्घ-जीवन की मंगल कामना समर्पित हो।
सूरजमल सिसोदिया -मंत्री, श्री व० स्था० जनसंघ, कोटा (राजस्थान)
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