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७।२४।४३।२१ चतुर्थ भाव में ०।१४।४७। १ शेष को जोड़ा ८। ९।३०।२२ चतुर्थ भाव की सन्धि ०।१४।४७१ १ शेष को जोड़ा ८।२४।१७।२३ पंचम भाव ०॥१४॥४७॥ १ शेष को जोड़ा ९॥ ९॥ ४॥२४ पंचम भाव की सन्धि ०।१४।४७११ शेष को जोड़ा ९।२३१५१०२५ षष्ठ भाव ०॥१४॥४७॥ १ शेष को जोड़ा १०। ८।३८।२६ षष्ठ भाव की सन्धि
०।१४।४७। १ शेष को जोड़ा १०।२३।२५।२७ सप्तम भाव
लग्न सन्धि ५।८।३८।२६ + ६ राशि = ११३८॥३८२६ सप्तम भाव-सन्धि द्वितीय भाव ५।२३।५१।२५ + ६ राशि = ११।२३।५१।२५ अष्टम भाव द्वितीय भाव की सन्धि ६।९।४।२४+६ राशि = ०।९।४।२४ अष्टम भाव को सन्धि तृतीय भाव ६।२४।१७।२३+६ राशि = ०।२४।१७।२३ नवम भाव तृतीय भाव सन्धि ७।९।३०।२२+६ राशि = १।९।३०।२२ नवम भाव की सन्धि चतुर्थ भाव ७।२४।४३।२१+ ६ राशि = ११२४।४३।२१ दशम भाव चतुर्थ भाव की सन्धि ८०९।३०।२२+६ राशि = २।९।३०।२२ दशम भाव की सन्धि पंचम भाव ८।२४।१७।२३+ ६ राशि = २।२४।१७।२३ एकादश भाव पंचम भाव की सन्धि ९।९।४।२४+६ राशि = ३।९।४।१४ एकादश भाव की सन्धि सं. षष्ठ भाव ९।२३।५११२५+६ राशि = ३।२३।५१२५ द्वादश भाव षष्ठ भाव की सन्धि १०८।३८।२६ + ६ राशि = ४।८।३८।२६ द्वादश भाव की सन्धि
द्वादश भावों के नाम
तनु, धन, सहज, सुहृद्, पुत्र, रिपु, स्त्री, आयु, धर्म, कर्म, आय और व्यय ये क्रमशः बारह भावों के नाम हैं। द्वादश भाव स्पष्ट चक्र लिखते समय प्रत्येक भाव के अनन्तर उसके सन्धि मान को रखते हैं।
भारतीय ज्योतिष
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