Book Title: Bharatiya Jyotish
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 434
________________ अंश | 0 |१|२|३४५/६/७/८/९/१०/११/१२/१३/१४/१५/१६/१७/१८/१९२०/२१२२२२३/२४/२५/२६/२७/२८/२९ अंश Jain Education International चतुर्थ अध्याय १ १ १ १ १/१ १ १ १/२ २ १ १ ० ० ० ० ० ० ० ० ० ० ० | ६ ०५३,४६/४०३३/२६/२०१३ ६०० ६/१३/२०२६३३/४०४६५३ ० ६१३/२०२६/३३४०४६५३०० ६ वृ. | २२/२/२/२/२/ २] ३.३ ३ ३ ३ ३/३/३/३/४ ४ ४ ४ ४ ४ ४ ४ ४ ५ ५' ५.५' ५/ . १३२०२६३३/४०४६५३/ ०६१३२०२६/३३४०४६५३/ ०६१३/२०२६/३३/४०४६/५३ ०६१३२०२६ १. | ५ ५ ५/५/६ ६ ६ ६ ६ ६ ६ ६ ६/७७७७/७/ ७ ७ ७ ७ ८८ ८ ८ ८ ८ ८ ८.. •°३३/४०४६/५३/ ०६/१३/२०२६३३/४०/४६५३ ० ६.१३ २०२६/३३/४०/४६/५३ ० ६१३.२०२६ ३३ ४० ४६ For Private & Personal Use Only सूर्य-उच्चबल सारणी ( परमोच्च ०।१०) ८ ९/९ ९ ९ ९ ९ ९ ९ ९१०१०१०१०१०१०१०१०१०११११११११११११११११/११/१२/१२...! म. ५३ ० ६१३२०२६३३४०४६५३ ० ६१३२०२६३३,४०४६५३ ० ६१३ २०२६ ३३४०४६५३ ० ६ . .१० १२/१३ .....१२/१२/१२/१२ १२ १२ १२१३१३१३ १३ १३/१३ १३१३१३/१४ १४ १४१४१४१४ १४१४१४ १५ १५/१५/१५१५' । क.१० १३/२०२६३३४० ४६५३ ० ६१३ २०२६/३३ ४० ४६५३/ ०६१३२०२६३३४०४६५३ ० ६१३/२०२६ ७. www.jainelibrary.org ।।।।।।।।।।।।।।।। ।......... १५१५/१५१५/१६/१६ १६१६१६/१६/१६१६/१६/१७/१७१७/१७ १७१७/१७/१७/१७ १८/१८/१८१८/१८१८/१८१८ ३३४०४६५३ ० ६१३,२०२६/३३/४०४६/५३ ० ६१३/२०२६/३३/४०४६५३ ० ६१३/२०२६३३४०४६/"." 068

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