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बीस वर्ष की आयु का विचार
यदि केन्द्र स्थानों ( ११४/७/१० ) में पापग्रह हों और उन्हें चन्द्रमा तथा शुभ ग्रह न देखते हों । अथवा चन्द्रमा षष्ठ या अष्टम स्थान में हो तो बालक की आयु बीस वर्ष की होती है ।
तृतीयाध्याय ३७
र्छ
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गु.
बाईस वर्ष की आयु का विचार
कर्क लग्न हो और उसमें सूर्य एवं बृहस्पति स्थित हों तथा अष्टमेश केन्द्र में हो तो जातक की बाईस वर्ष की आयु होती है ।
५
७.
सू
ह
21.
सू. मं.
म. शु.
रा.
चबु. शु
१०
स्पू. गु ३
| २३ वर्षकी
आयुयोग
छब्बीस एवं सत्ताईस वर्ष की आयु का विचार
लग्न में शनि शत्रुराशि का हो और सौम्यग्रह आपोक्लिम ( ३।६।९।१२ ) में स्थित हो तो जातक की छब्बीस या सत्ताईस वर्ष की आयु होती है ।
गुः
बु.
१.
२६-२७ वर्ष आयु योग
११
2
१२
च.
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