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४१।४१× ७ = २८७ । २८७ : ६० = ४५१ ४१५१ विकलात्मक फल | २१४६ प्रथम फल में ४५१ द्वितीय फल जोड़ा
२/५०/५१
अर्थात् २।५०/५१ सूर्य का उच्चबल ।
चन्द्रमा —६।१६।१२।५१ है, चन्द्र उच्चबल सारणी में ६ राशि के सामने और १६ अंश के नीचे १।५३ है ।
१।५३-१६ अंश का फल
१४६ - १५ अंश का फल
०७
१२९
१।५४।२९ चन्द्र उच्चबल
मंगल - ७।१७।२।३५ है । मंगल उच्चबल सारणी में ७ राशि और १७ अंश के नीचे १२।६ है |
१२।५१। × ७ = ८४।३५७ : ६० = १।२९,
१५३
१२।१३ – १८ अंश का फल
१२। ६ -- १७ अंश का फल
०१७
१२।१३
०११८
४१४
१२ १३ १८ मंगल का उच्चबल
इसी प्रकार बुध का उच्चबल १४१५७, गुरु का ८१२, शुक्र का १।१८, शनि का ९/७ है ।
२/३५ × ७ = १४।२४५ ÷५० = ०1१८
पंचवर्गी बल साधन
अपनी राशि में जो ग्रह हो उसका ३० विश्वाबल, जो अपने उच्च में हो उसका २० विश्वाबल, जो अपने हद्दा में हो उसका १५ विश्वाबल, जो अपने द्रेष्काण में
भारतीय ज्योतिष
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