Book Title: Kalpsutra Balavbodh
Author(s): Yatindravijay, Jayantsensuri
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust

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Page 22
________________ 64. 65. 186 188 189 66. 67. 68. 69. or or or 193 72. 201 201 203 204 205 211 74. 75. 76. (13) षष्ठ व्याख्यान नन्दीवर्द्धन राजा की आज्ञा ले कर प्रभु का विहार, अधम किसान का उपसर्ग और इन्द्र द्वारा उसका निवारण कामी पुरुषों, स्त्रियों तथा भ्रमरों का उपसर्ग. शूलपाणि यक्ष का उपसर्ग और भगवान के दस स्वप्न उत्पल निमित्तज्ञकथित स्वप्नफल अहच्छंदक निमित्तज्ञ का वृत्तान्त निर्भाग्य सोमदेव विप्र की कथा चंडकौशिक नाग का उपसर्ग और उसे प्रतिबोध चंडकौशिक नाग की कथा प्रभु को सुदंष्ट्र देव का उपसर्ग कंबल-संबल का पूर्वभव पुष्प निमित्तज्ञ और गोशालक का वृत्तान्त प्रभु को कटपूतना देवी का उपसर्ग गोशालक पुनः प्रभु से आ मिला प्रभु का अनार्य देश में विहार और वहाँ हुए उपसर्ग वेश्यायन तापस की कथा प्रभु को संगमदेव का उपसर्ग. जीर्णसेठ और चन्दनबाला का अधिकार गोपालककृत कर्णकीलोपसर्ग प्रभु की आचार-विचार-दिनचर्या प्रभुकृत तप और पारणा की संख्या तप-संख्या-यंत्र-स्थापना चातुर्मास-संख्या और प्रभु को केवलज्ञान प्रथम देशना की निष्फलता और रात्रि-विहार गणधरादि संघस्थापना - 1. श्री गौतम गणधर 2. श्री अग्निभूति गणधर 3. श्री वायुभूति गणधर 4. श्री अव्यक्त गणधर 5. श्री सुधर्म गणधर 77. 78. 79. / .. 81. 82. 83. 84. 85. 213 214 216 219. 222 224 227 228 229 230 231 250 251 252 252 86. 7

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