Book Title: Gnatadharm Kathang Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Shashikala Chhajed
Publisher: Agam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan
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संदर्भ
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भारतीय संस्कृति और कला - पृ. 65 वही, पृ. 65-66
ऋषभदेवः एक परिशीलन- पृ. 15-16 जैनधर्म का प्राचीन इतिहास - भाग - 1
पृ. 41-43
जैन दर्शन और मनन - मीमांसा - पृ. 73 ऐतिहासिककाल के तीन तीर्थंकर
T. 197-198
भारतीय संस्कृति और कला - पृ. 62 संस्कृत हिन्दी कोश - पृ. 1051 भार्गव हिन्दी शब्दकोश - पृ. 620 भारतीय संस्कृति का विकास - पृ. 2-3 भारतीय संस्कृति की रूपरेखा - पृ. 1 संस्कृति के चार अध्याय - पृ. 1 भारतीय संस्कृति का इतिहास - पृ. 1 (i) हजारी प्रसाद द्विवेदी ग्रंथावली - 9, निबन्ध-सभ्यता व संस्कृति पृ. 195 (ii) विचार और वितर्क पृ. 181 एनसाइक्लोपिडिया ऑफ सोशियल साइंसेज- खण्ड 3-4 पृ. 621
प्राचीन भारतीय साहित्य की सांस्कृतिक भूमिका- पृ. 1 (भूमिका)
मानव संस्कृति - पृ. 1 (भूमिका) वही, पृ. 9-10
वही, पृ. 17
17.
18.
19.
20. वही, पृ. 3
21.
हरिवंशपुराण का सांस्कृतिक अध्ययन
22. Primitive Culture, Page 1
23.
भारतीय संस्कृति का विकास पृ. 2 24. वही, पृ. 2
25. स्वतंत्रता और संस्कृति - पृ. 53
26. संस्कृति के चार अध्याय- पृ. 98
27.
28.
29.
30.
मानव और संस्कृति - प. 71 31. साहित्य व संस्कृति - पृ. 182
भारतीय संस्कृति का विकास - पृ. 11.
भारतीय संस्कृति और कला - पृ. 44
Man is the primitive world, P-7
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40.
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63.
64.
संस्कृति के तत्त्व एवं ज्ञाताधर्मकथांग
समाजशास्त्र पृ. 228
भारतीय संस्कृति का विकास - पृ. 3-4 Ancient Indian culture- Page 10 सांस्कृतिक चेतना और जैन पत्रकारितापृ. 3, 4
एक बूंद एक सागर (खण्ड-4), पृ. 1420 राजस्थानी भाषा-साहित्य, संस्कृति - पृ.
338-41
भारतीय संस्कृति और कला - पृ. 145 भारतीय समाज एवं संस्कृति
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(i) विष्णु पुराण - 2/3/1
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59. हिन्दू धर्मकोश- पृ. 645
60.
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(ii) वायु पुराण - 45/75 भारतीय समाज व संस्कृति - पृ. 15 भारतीय संस्कृति का विकास, पृ. 13 तत्त्वार्थ सूत्र- 5/21
मनुस्मृति
श्री ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र, अध्ययन 5 दशवैकालिक नियुक्ति - गाथा - 156 भारतीय संस्कृति के मूलाधार - पृ. 5 संस्कृति के चार अध्याय- पृ. 650 वही, भूमिका - ( नेहरू)
भारतीय समाज व संस्कृति - पृ. 13 स्थानांग 4/4
गीता - 18/46 औपपात्तिक सूत्र
- 56
गीता- 18/45
भारतीय संस्कृति के मूलाधार - पृ. 9
आचारांग सूत्र - 2/2/3
दशवैकालिक - 6/8
राजस्थानी भाषा, साहित्य, संस्कृति पृ. 351
भारतीय समाज व संस्कृति - पृ. 14 आवश्यक सूत्र 6/11
जैनधर्म का प्राचीन इतिहास (भाग - 1),
पृ. 186-187
श्री स्थानांगसूत्र, स्थान 3, उद्देशक 1 (i) भागवत पुराण- 10/84/39 (ii) मार्कण्डेय पुराण - 16/56