Book Title: Gnatadharm Kathang Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Shashikala Chhajed
Publisher: Agam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan
View full book text ________________
ज्ञाताधर्मकथांग का सांस्कृतिक अध्ययन 212. वही 1/16/13
(ii) स्थानांगवृत्ति, पत्र 472, 473 213. वही 1/16/13
(ii) आवश्यक नियुक्ति, अ. 6 214. (i) भगवती आराधना- 1194-1195 (iv) मलाचार, गाथा- 140-141 (ii) उत्तराध्ययन 24/4-13
239. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/154 215. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/191
240. वही 1/1/208 216. वही 1/14/28
241. वही 1/1/208 217. वही 1/1/192
242. वही 1/1/195-196 218. वही 1/4/10
243. वही 1/8/15 219. वही 1/9/56-57
244. वही 1/5/35 220. वही 1/9/59
245. ओघनियुक्ति, गाथा 263 221. वही 1/17/29
246. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/67 222. वही 1/17/30
247. वही 1/1/204 223. 'प्रतीयं क्रमणं प्रतिक्रमण अयमर्थः 248. वही 1/5/52
शुभयोगेभ्योऽशुभयोगान्तरं क्रान्तस्य शुभेषु 249. उत्तराध्ययन सूत्र- 26/23-24 एव क्रमणात्प्रतीयं क्रमणम्' -योगशास्त्र, 250. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/192 (विवेचन)
तृतीय प्रकाश, (स्वोज्ञवृत्ति)-पत्र 247 251. ज्ञाताधर्मकथांग 1/8/13 224. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/190, 210 252. वही 1/13/9 225. वही 1/2/52
253. वही 1/16/72-74 226. वही 1/5/52, 66, 71
254. वही 1/1/210 227. वही 1/8/194
255. उत्तराध्ययन सूत्र 30/13 228. वही 1/14/37
256. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/193 229. वही 1/16/18,23
257. वही 1/1/198 230. वही 1/18/42
258. वही 1/8/16-17 231. वही 1/16/227,228
259. वही 1/8/19 232. वही 1/19/29
260. वही 1/8/20 233. वही 1/16/79, 2/1/30
• 261. वही 1/5/59 234. पडिकमणं देसियं राइयं च
262. वही 1/16/156 इत्तरियमावकहियंच।
263. वही 1/14/29, 1/19/27 पक्खियचाउम्मासिय संवच्छर उतिमटेय। 264. वही 1/1/198 -आवश्यक नियुक्तिरेवचूर्णि (भाग-2) 265. वही 1/8/16-21
गाथा-1261 पत्र सं. 62 266. वही 1/1/199 235. ज्ञाताधर्मकथांग 1/5/66
267. वही 1/1/190 236. 'अविरति स्वरूप प्रभृति प्रतिकूल तथा आ 268. वही 1/1/196
मर्यादया आकारकरणस्वरूपया आख्यानं- 269. वही 1/5/66-67 कथनं प्रत्याख्यानम्'
270. वही 1/5/67-68 -प्रवचनसारोद्धारवृत्ति पत्र-43 271. (i) वही 1/1/161 237. ज्ञाताधर्मकथांग 1/13/32
(i) उत्तराध्ययनसूत्र-29/20-24, 30/24 238. (i) भगवती सूत्र 7/2
272. ज्ञाताधर्मकथांग 1/1/119
1324
Loading... Page Navigation 1 ... 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354