Book Title: Gnatadharm Kathang Ka Sanskritik Adhyayan
Author(s): Shashikala Chhajed
Publisher: Agam Ahimsa Samta evam Prakrit Samsthan

View full book text
Previous | Next

Page 341
________________ ज्ञाताधर्मकथांग का सांस्कृतिक अध्ययन 69. जैन धर्म का प्राचीन इतिहास (भाग1) | बलभद्र जैन मैसर्स केशरीचन्द्र श्रीचन्द्र चावलवाले, नया बाजार, दिल्ली, वीर नि. सं. 2500 70. जैन पुराणों का सांस्कृतिक अध्ययन | देवीप्रसाद मिश्र हिन्दुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, सन् 1988 71. जिनेन्द्र सिद्धान्त कोश जिनेन्द्रवर्णी भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, | 1998 72. जैमीनि सूत्र शबर की टीका 73. ज्ञाताधर्मकथांग युवाचार्य श्री मधुकर मुनि | आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, वीर नि.सं. 2516 74. ज्ञाताधर्मकथांग (नवांगी टीका) अभयदेवसूरि श्री सिद्धचक्र साहित्य प्रचारक समिति, मुम्बई, सन् 1952 75. ज्ञाताधर्मकथांगसूत्रम (व्याख्या) घासीलाल जी महाराज अ.भा.श्वे.स्था. जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, वि.सं. 2020 76. तत्त्वार्थ भाष्य (उमास्वाति) पं. खूबचन्द्र जी श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, आगरा, 1992 77. तत्त्वार्थ सूत्र राजवार्तिक | मुनि महेन्द्रकुमार भारतीय ज्ञानपीठ, (भट्टाकलंक विरचित) संस्करण-1990 78. तत्त्वार्थ सूत्र, (आचार्य उमास्वाति |पं. सुखलाल संघवी जैन संस्कृति संशोधन मंडल हिन्दू वि.वि., बनारस, संस्करण-1952 79. तत्त्वार्थ सूत्र, श्रुतसागरीवृत्ति महेन्द्रकुमार जैन, न्यायाचार्य भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, संस्करण-2002 80. तैत्तरीयोपनिषद् (शांकरभाष्य सहित) गीताप्रेस, गोरखपुर, वि.सं. 2040 81. त्रिलोक भास्कर (आर्यिका ज्ञानमति) सं. मोतीचन्द्र रवीन्द्रकुमार जैन | दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, हस्तिनापुर (मेरठ), संस्करण-1974 82. त्रिलोकसार (नेमीचन्द सिद्धान्त सिद्धान्तभूषण ब्र.रतनचंद जैन | श्री शान्तिवीर दिगम्बर जैन चक्रवर्ती विरचित) (हिन्दी टीका संस्थान, श्रीमहावीरजी, वीर आर्यिका श्री विशुद्धमति माताजी) नि.सं. 2501 त्रिषष्टीशलाका पुरुष चरित्र | अनु.एच.एस. जॉनसन जैन धर्म प्रचारिणी सभा, (भाग-1,2,3) (आचार्य हेमचन्द्र) भावनगर, बम्बई, वि.सं. 1965 84. थेरगाथा एन.के. भागवत बम्बई विश्वविद्यालय, बम्बई, सन् 1939 85. दशवैकालिक (आ. श्री भद्रबाहु) हारिभद्रीय वृत्ति जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, बम्बई, 1974 विरचित) - 83. 340

Loading...

Page Navigation
1 ... 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354