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-2002008 03.17
याबाट
नवी कन्याइशटर कालेजननी
DERANA INTER COLLEGE
भागीदारी की। एक लेखिका के साथ ही वे सहारनपुर की जैन कन्या पाठशाला इण्टर कॉलेज की अध्यक्षा भी रही। इसी प्रकार सहारनपुर जैन समाज के अन्य नागरिकों ने भी सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दिया।
र बिजनौर के नजीबाबाद कस्बे के रहनेवाले साहू जैन परिवार ने सामाजिक क्षेत्र में भी अपनी अमिट
छाप छोड़ी। साहू परिवार ने 1921 में नजीबाबाद में मूर्तिदेवी सरस्वती इंटर कॉलेज ए क
शिक्षण संस्था की स्थापना की थी।" इस शिक्षण संस्था ने बाद में कई विशाल संस्थाओं को जन्म दिया। इन शिक्षण संस्थाओं में मूर्ति देवी कन्या विद्यालय, मूर्ति देवी सरस्वती इण्टर कॉलेज, साहू जैन महाविद्यालय प्रमुख हैं। सूचना के अधिकार अधिनियम
तिदेवी कन्या विद्यालय 2005 की धारा (6) के अंतर्गत बिजनौर के जिला विद्यालय निरीक्षक से लेखक ने सूचना माँगी थी कि इन शिक्षण संस्थाओं की वर्तमान स्थिति क्या है? मूर्ति देवी कन्या विद्यालय के सम्बन्ध में बिजनौर के सह जिला विद्यालय निरीक्षक ने पत्र द्वारा सूचित किया कि यह विद्यालय अब इंटर कॉलेज बन गया है। इस संस्था को हाईस्कूल, इंटरमीडिएट (साहित्यिक वर्ग, कलात्मक वर्ग, वैज्ञानिक वर्ग, वाणिज्य वर्ग व व्यवसायिक शिक्षा) की मान्यता प्राप्त है। इसमें अध्ययनरत छात्राओं की संख्या 2223 है तथा शिक्षिकाओं की संख्या 22 है। मूर्ति देवी सरस्वती इंटर कॉलेज के सम्बन्ध में सह जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि वर्तमान में इस कॉलेज में अध्ययनरत् विद्यार्थियों की संख्या 2465 है दतथा अध्यापकों की संख्या 34 है। साहू जैन डिग्री कॉलेज 60 बीघा जमीन पर स्थापित है
और जिले की उच्च शिक्षा में अपना महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है।
जा साहू परिवार ने पूरे देश में जगह-जगह शिक्षण संस्थायें, छात्रावास, संग्रहालय, हॉस्पिटल, धर्मशालायें आदि सामाजिक संस्थाओं की स्थापना
साहू जैन महाविद्यालय
32 :: भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में उत्तरप्रदेश जैन समाज का योगदान