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9 महीने तक जेल में रखा गया। जेल से वापस आने के बाद उन्होंने कांग्रेस कमेटी के प्रधान के तौर पर फिर आन्दोलन में भागीदारी प्रारम्भ कर दी। मार आज जिला मैनपुरी में अगस्त क्रान्ति के दौरान जनता ने अनेक प्रकार से अपना विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों की एक गुप्त कमेटी ने कस्बे के कोने-कोने में हड़ताल कराने के लिए हस्तलिखित पर्चे चिपका दिये। पर्यों पर लिखे संदेश को पढ़कर दुकानदारों ने अपनी दुकानें खाली करके सामान घरों में भर लिया। जिले में सम्पूर्ण कामकाज ठप्प पड़ गया। जनता ने थाने पर हल्ला बोलकर पुलिस को झुकने पर मजबूर कर दिया। थाने के थानेदार आलेअली ने अपनी पिस्तौल क्रांतिकारियों
सन्तकुमार जैन
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के सामने झुका दी। इस घटना से सरकार सचेत हो गयी और उसने उसी रात दो बस विशेष पुलिस भेजकर मैनपुरी में गिरफ्तारियाँ शुरू कर दी। चारपाइयों पर विश्राम कर रहे नागरिकों को बंदूक दिखाकर गिरफ्तार कर लिया गया। जिले में धारा 144 लागू हो गयी। ॐ मैनपुरी में इस आन्दोलन के दौरान जैन समाज ने भी अपनी भागीदारी की। रामस्वरूप जैन पुत्र छोटेलाल जैन (निवासी खैरगढ़, मैनपुरी) ने सरकार की नाक में दम कर दिया। उन्होंने सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने में अहम् भूमिका
चिरंजी लाल
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सन्तकुमार जैन का जेलप्रमाण-पत्र
136 :: भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन में उत्तरप्रदेश जैन समाज का योगदान