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हुआ ।
मथुरा के रामसिंह जैन तथा उनकी पत्नी मंगलीदेवी जैन भी इस आन्दोलन में जेल गये। उन्होंने काफी यातनायें भोगी । सूचना विभाग के अनुसार - रामसिंह जैन पुत्र युगलसिंह मथुरा को नमक सत्याग्रह में भाग लेने के कारण सन् 1930 में 6 मास के कारावास का दण्ड मिला और जेल में 30 बेतों की सजा मिली। इसी आन्दोलन के दौरान सन् 1932 में उन्हें पुनः 6 मास कारावास और 50 रुपये का
हुआ । इसी प्रकार उनकी पत्नी का उल्लेख करते हुए सरकारी विभाग खिता है- मंगली देवी पत्नी रामसिंह जैन को आन्दोलन में भाग लेने के कारण सन् 1932 में 6 मास के कारावास का दण्ड मिला। 58
आगरा में जैन समाज ने इस आन्दोलन और सत्याग्रह में सक्रिय भाग लिया । नमक सत्याग्रह के लिए 6 अप्रैल, 1930 की तिथि तय की गई और कांग्रेस की ओर से ऐलान किया गया कि शाहदरा (आगरा) में नमक बनाया जाएगा। शाह से 1 मील दूर यमुना के पास नमक बनाना प्रारम्भ कर दिया गया। इस दौरान अनेक गिरफ्तारियाँ हुई 159
आन्दोलन में जैन समाज का नेतृत्व सेठ अचलसिंह जैन ने किया । सेठ जी ने स्वयं लिखा है - जब सन् 1930 में महात्मा गाँधी द्वारा सत्याग्रह छेड़ा गया, उस समय मैंने अपनी तुच्छ सेवाएँ देश को अर्पित कर दी । फलतः दिनांक 20 सितम्बर, 1930 को मैं गिरफ्तार किया गया और मुझे 6 महीने की सख्त सजा और पाँच सौ रुपया जुर्माना किया गया, जिसको मैंने सहर्ष स्वीकार किया। सूचना विभाग उ.प्र. भी इसका समर्थन करते हुए लिखता है - अचलसिंह सेठ पुत्र पीतमसिंह आगरा नमक सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान 20 सितम्बर, 1930 को पकड़े गये तथा 31 अक्टूबर को 6 मास कैद और 500 रुपये जुर्माना या जुर्माना न देने पर 1 मास अतिरिक्त कैद की सजा पायी । "
सेठ अचल सिंह को 22 फरवरी, 1932 को भी लम्बी जेल यात्रा की सजा मिली। सेठ जी ने लिखा है कि महात्मा जी के इंग्लैण्ड से आने के बाद यानी दिनांक 4 जनवरी, 1932 को फिर युद्ध प्रारम्भ हो गया । इस समय भी मैंने अपनी सेवाएँ देश को अर्पित की। फलस्वरूप मैं दिनांक 22 फरवरी को गिरफ्तार किया गया और धारा 17, 17बी और चौथे ऑर्डिनेंस की चौथी धारानुसार साढ़े तीन वर्ष की सख्त सजा और पाँच सौ रुपया जुर्माने का दण्ड मुझे दिया गया । पर चूंकि सारी सजाएँ साथ-साथ चलीं, इसलिए वह केवल अट्ठारह महीने की रही । यह अवसर मेरे लिए एक स्वर्ण अवसर था । 2 तत्कालीन समाचार पत्र 'आज' में उल्लेख है कि प्रान्तीय कौंसिल के भूतपूर्व सदस्य म्यूनिसिपल बोर्ड के वाइस चेयरमैन तथा स्थानीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सेठ अचलसिंह कल शाम को ऑर्डिनेंस के अनुसार गिरफ्तार कर
सविनय अवज्ञा आन्दोलन और जैन समाज :: 93