Book Title: Valmiki Ramayana Pada Suchi Part 1
Author(s): Govindlal H Bhatt
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 24
________________ " अथाददे सूर्यमरीचिकल्पम् VI. 67.1642 अथाध्वनि गतौ विप्रो VII. 54.5a अथाध्वनि परिश्रान्तम् VI.31.20a अथानयन्बलाध्यक्षाः VI. 95.27a अथानुजं भृशमनुशास्य दर्शनम् II. 21.64c अथानुपूर्त्या प्रतिपूज्य तं जनम् II. II2.30a अथान्तरिक्षे भूतानाम् VI. 90.75a अथान्तरिक्षे व्यनदत् VI. I08.27a अथान्तर्गृहमाविश्य II. 4.3a अथान्धकारे त्वौषम् II. 63.22a अथान्यद्वपुरादाय VI. 65.40a अथान्य मार्गणश्रेष्टम् VI. 90.64a अथान्यं रथमास्थाय VI. 102.2c अथान्यो राहुरासाद्य VII. 35.35c अथापराह्नसमये VII. 41.2a अथापश्यद्दशग्रीवः VII. 16.2a अथापश्यं मुहूर्तात्तत् VIL. 77. I0c अथापश्यं शवं तत्र VII. 77.8c अथापि किं जीवितमद्य मे वृथा II. 20.54a अथापि च महाप्राज्ञ II. 298a अथाप्युचितवृत्तास्ताः II. 65.13a अथाब्रवीत्तदा साध्वी V. 42.8a अथाब्रवीत्तं नृपतेस्तनूज: II. I09.30c अथाब्रवीत्स तत्रस्थम् VII. 30. I Ha अथाब्रवीत्सुता रक्ष: VII. 9.7c अथाब्रवीत्सुर श्रेष्ठम् I. 48.20a अथाब्रवीदिदं गङ्गाम् I. 37.16c अथाब्रवीद्दशग्रीवम् VII. 20.20a अथाब्रवीद्दशग्रीवः VII. I0.15a , H.I0c " , 26.30a अथाब्रवीद्वाष्पगलान् II. 32.2.1a अथाब्रवीन्महातेजाः V. 38.47c , 40.12c VII. 30.8a अथाब्रवीन्महाबाहुः II. 52.94a अथाब्रवीन्मुनि रामः VII. I0.la अथाब्रवीद्राजपुत्रः VI. 127.45a ,, , 128.43a अथाब्रवीद्वानरेन्द्रः VI. 50.4a अथाब्रवीद्वैश्रवणम् VII. 3.16a अथाब्रवीद्वैश्रवण: VII. 3.15a , 18.32a अथाभिवाद्य राजानम् II. 3.48c अथाभ्यवादयत्प्रीत: VI. 127.4Ic अथामन्त्र्य तु राजानम् VI. 51.24c अथायमस्यां कृतवान्महात्मा V. 9.73c अथायान्तं हनूमन्तम् VI. 83.5a अथायोध्यां समासाद्य VII. 19.6c अथारुरोह तेजस्वी II. 52.77a अथारुरोह सहसा VI. 59.124a अथारोहणमासाद्य V. I0.13a अथार्धदिवसं गत्वा VII. 46.24a अथावतस्थे सुश्रान्तः III. 44.5c अथावसाने यज्ञस्य VII. 65.20a अथावृत्य महीं कृत्स्नाम् VI. 4.55c अथाश्रमस्थो विनयात् III. II.29c अथाश्रमादुपावृत्तम् III. 59.1a अथाश्वस्य महातेजाः VI. 59.63a , , , 70.16c अथासनात्समुत्पत्य VI. 65.25a अथासाद्य तु कालिन्दीम् II. 55.5a " , I3a अथासीनस्य पर्यङ्के VI. 62.8a अथास्मिन्नगरे रामः II. 43.4a अथास्य कवचं शुभ्रम् VI. 67.103a अथास्य चपला माता II. 72.46a अथास्य जज्ञिरे पुत्राः I. 57.3c अथाहं खेचरैर्भूतैः IV. 59.17C अथाहं नतबुद्धिस्तु IV. 46.7a. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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