Book Title: Valmiki Ramayana Pada Suchi Part 1
Author(s): Govindlal H Bhatt
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 23
________________ अथवा युध्यमानस्य V.37.54a, अथ वा रक्ष्यतां रामः VI. 46.38a अथवा राक्षसेन्द्रस्य V. 13.12a अथवा राक्षसेन्द्रेण V. 26.43a अथवा रामरूपेण VI. III.9a अथवा रुचितं स्थानम् IV. 19.15a अथवाऽर्जुन शंस त्वं III. 60.14a अथवा वनमाश्रिता III. 60.8d अथवा वर्तते तत्र IV. 1.49a अथवा वासवेन त्वम् VI. III.I0a अथ वा विजिगीषा ते VII. I04.15a अथवा विहितेनायम् VI. 83.23a अथवा शक्तिमंतौ तौ V. 36.14a अथवास्मान्वधिष्यति II. 84.4b अथवा स्वयमप्येष VI. 67.76a अथवा स्वयमेवाहम् II. 75.14a अथवा स्वयमेवैनम् IV. 33.35a अथ वा स्वयमेवैषः VI. 17.23a अथवाहं शरैस्तीक्ष्णैः VI. 93.5a अथ वाहान्परित्यज्य II. 103.36a अथवा हितमुच्यते III. 40.1b अथवा ह्रियमाणायाः V. 13.8a अथ विजयमवाप्य वानरेन्द्रः VI. 97.37a अथ विष्णुमहातेजाः I. 29.19a , VIl. II0.16a अथ विस्मयमानस्तम् VII. 4.8c अथ वृक्षान्महाकायाः VI. 67.4a अथवेहैव तिष्ठावः II. 96.20c अथ वैदूर्यवर्णेषु V. I.3a अथवैनं समुत्क्षिप्य V. 13.48a अथ वै लोकपालानाम् VII. 3.17a अथ वैश्रवणो देवः VII. 9.40a अथ शक्ति महातेजाः VI. 90.42c अथ शक्ति समासाद्य VI. 70.37a अथ शृङ्गं समाविध्य VI.67.123a अथ शैलसुता राम I. 36.20c अथ शैलाद्विनिष्क्रम्य II. 95.1a अथ संकुपितो वेधाः VI. 13.13c अथ संक्षीयमाणेषु VI. 96.13a अथ सत्यं तवाग्रतः II. 86.5d अथ संदेहमानानाम् II. 65.15c अथ स बलवतः सवाहनः VII. 29.40a अथ समपनुदन्मनःक्लमं सा VI. II4.35a अथ समरपरिश्रमं निहन्तुम् VI. 88.77a अथ रणविगतमुत्तमौजाः VII. 29.37a अथ संवत्सरे पूर्णे I. 14.1a ,, ,, 43.2a अथ संस्कारसंपन्नः VI. 17.50a अथ संस्मारयामास VI. 108.1a अथ सा रुषिता देवी II. 10.50 अथ सा वायुपुत्राय VI. I28.8IC अथ सा हरिशार्दूलम् V. 3.20a अथ सीतामनुज्ञाप्य II. 16.25a अथ सीता समुत्पत्य II. 26.6a अथ सुप्तस्य रामस्य VI.31.2.4a अथ सोऽभ्यपतद्रोषात् VII. 7.27a अथ सौम्य दशग्रीवः VI. I26.25a अथ हरिवरनाथः प्राप्तसझामकीर्तिः VI. 40.29a अथ हृष्टमना राजा I. 18.49c अथ हृष्टो दशरथः I.9.20a अथ हैमवतीं राम I. 65.1a अथाङ्गदवचः श्रुत्वा IV. 31.42a , , 65.Ia अथाङ्गदस्तदा सर्वान् IV. 49.la अथाङ्गदस्तस्य सुतीववाचा IV. 31.36a अथाङ्गदो मुष्टिविशीर्णमूर्धा VI. 69.92a अथाङ्गदो मृत्युसमानवेगम् VI. 69.93a अथाङ्गदो राममनः प्रहर्षणम् VI. 69.96a अथातिरभसेनागात् VII. 35.39a अथात्मपरिधानार्थम् II. 37.9a Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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