Book Title: Valmiki Ramayana Pada Suchi Part 1
Author(s): Govindlal H Bhatt
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 28
________________ अद्य विदानी रजनीम् II. 34.33a अद्य त्वेतस्य कालस्य IV. 63.3a अद्य दीर्घस्य कालस्य V. I.174c अद्य दुःखं तु वैदेही II. 52.97c अद्य दुःखाद्विमुक्तोऽस्मि VI. IT9.15c अद्य देवगणाः सर्वे VI. 92.10a अद्य निर्वानरामुर्वीम् VI. 80.18a अद्य नूनं दशरथः II. 33. I0a अद्य नैऋतकन्यानाम् VI. 92.12a अद्य पर्वतसंकाशम् VI. 63.38a अद्य पश्यन्तु भूतानि VI. 63.54c अद्य पश्यन्तु रामस्य VI. I00.53a अद्य पश्य महाबाहो VI. 63.34a अद्य पुत्रं हतं संख्ये II. 96.25c अद्य प्रकृतयः सर्वाः II.4.16a अद्यप्रभृति भूमौ तु II. 88.26a अद्यप्रभृति यामन्याम् VI. 13.14a अद्यप्रभृति युष्माकम् I. 36.22c अद्यप्रभृति रात्रिषु III. 53.3b अद्यप्रभृति लोकानां V. 24.25c अद्यप्रभृति लोकांनी VI. 94.33a अद्यप्रभृति षड्रात्रम् I. 30.4a अध प्राणैः परित्यक्तः V.3.20c अद्य प्राप्तमिदं त्वया I. 16.18d अद्य प्राप्ता तपःसिद्धिः III. 74.Ira अद्य बाणैरभिकद्ध: V. 26.18c अद्य बाणैर्धनुर्मुक्तैः VI. 95.10a अद्य बार्हस्पतः श्रीमान् II. 26.9a अद्य भागीरथीजलम् VII. 46.20d अद्य मित्वा मया मुक्ताः III. 29.Ila अद्य भीताः पलायन्तु II. I06.29c अद्य भूतानि पश्यन्तु VI. 76.76c अद्य मत्कार्मुकोत्सृष्टम् VI. 88.6c अद्य मत्कार्मुकोन्मुक्ता: VI. 85.26a अद्य मद्वाणनिर्भग्नैः VI. 21. I7c अद्य माणनिर्भिन्नैः VI. 95.1ga अद्य मद्वाणमिन्नस्य VI. I03.22a अद्य मदाणवेगेन VI. 79.14a अद्य मदाहुनिष्क्रान्तः VII. 69.7a अद्य मन्ये हते पुत्रे VI. 91.13c अद्य मे कुशलं देव VII. 33.IIa अद्य मे कुशलं व्रतम् VII. 33.11b अद्य मे तरण वाथ VI. 21.8c अद्य मे देवतास्तुष्टाः VII. 36.53a अद्य मे पौरुषं दृष्टम् VI. II5.4a अय मे पौरुषहतम् II. 23.19a अद्य मे विगतः शोकः IV. 12.10a अद्य मे सप्तमी रात्रिः II. 72.8a अद्य मे सफलं जन्म I. I8.53c , , III. 74.IIC अद्य मे सफलं तपः VII. 33.IId अद्य मे सफलं तप्तम् III. 74.12a अद्य मे सफल: श्रमः VI. II5.4b अद्य मेऽस्त्र प्रभावस्य II. 23.37a अद्य यज्ञफलं प्राप्तम् I. 50.15a अद्य यज्ञसमाप्तौ च VII. 25.13c अद्य यज्ञसमृद्धिर्म I. 50.13c अद्य यज्ञावसानान्ते VII. 65.21a अद्य युद्धेन महता VI. 21.20a अद्य यूथतटाकानि VI. 95.15c अद्य यूथप्रचण्डानाम् VI. 95.17a अद्य राक्षसराजस्य VI. 60.6ga अद्य राजनिवेशने II. 86.14d अद्य राज्येऽभिषेक्ष्यामि VII. I07.2a अद्य राममितः क्षिप्रम् II. 9.2a अद्य रामं वधिष्यामः VI. 9.6a अद्य रामं वधिध्यामि VI. 78.IIa अद्य रामं समुग्रीवम् VI. 8.IIa अद्य रामस्य तद्दश्वा VI. 63.35a | अद्य रामस्य पश्यन्तु VI. 63.36a Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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