Book Title: Valmiki Ramayana Pada Suchi Part 1
Author(s): Govindlal H Bhatt
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 39
________________ अनेनैव हि वेगेन V. I.39a अनेनैवामिषेकेण II. II. 25a अन्तकस्याप्यकष्टेन VI. 67.106a अन्तकाले निपतितम् II. 77. IOC अन्तकाले हि भूतानि II. I06.13a अन्तको रामरूपेण IV. 19.IIC अन्तर्दाहेन दहन: II. 85.17a अन्तं द्रक्ष्यसि भामिनि V. 40.14d , , ,, 67b अन्तं द्रक्ष्यसि शोभने V. 38.492 अन्तपालाश्च यास्यन्ति II. 37.26a अन्तःपुर इव स्त्रियः VII. 35.56b अन्तःपुरगता नार्यः II. I05.12c अन्तःपुरगतोऽभवत् VII. 42.27d अन्तःपुरगतो वाली IV. II.28a अन्तःपुरचरा नार्यः II. 37.15c अन्तःपुरचरान्सर्वान् II. 78.IOC अन्तःपुरनिवासिन्यः V. 20.31a अन्तःपुरं तदुत्सृज्य V. 23.13c अन्तःपुरमदृश्यत II. 65.19d अन्तःपुरमनुत्तमम् II. 70.27b अन्तःपुरं प्रवेश्यास्मै I. I0.32a अन्तपुःरं प्रवेश्यैनम् I. II.29a अन्तःपुरसमृद्धं च II. 40.38c अन्तःपुरस्य द्वाराणि II. 3.13a अन्तःपुरं सह स्त्रीमिः IV. 16.12c अन्तःपुराणि सर्वाणि I. II.30a ,, , VI. III.IIIC अन्तःपुराद्विनिष्पेतुः VI. II0. IC अन्तःपुरेऽतिसंवृद्धान् II. 70.20a अन्तःपुरे विभूषार्थः III. 43.17c अन्तरं त्वहमासाद्य V. 30.16a अन्तरं प्रतिपालय VII. 55.Iod अन्तरं प्रेप्सुना तेन IV. 6.4a अन्तरात्मा च मे वेत्ति VII. 45. I0c अन्तरात्मा हि मे शुद्धः V. 37.14c अन्तरापणवीथ्यश्च VII. 64.3a , , 9I.22a अन्तरा पतिता भवेत् V. 13.7d अन्तरा मेरुमस्तं च IV. 42.46a अन्तरा रघुनन्दनः III. 14.1b , , , 59.1b अन्तरा वृषभध्वजम् VII. 90.12b अन्तरिक्षगतं देवम् III. 5.IIa अन्तरिक्षगतं रथम् III. 5.7d " , , 5.13d अन्तरिक्षगतः श्रीमान् VI. 16.18c अन्तरिक्षगताः क्रूराः VI. 51.31a अन्तरिक्षगता दिव्याः III. 5.14c अन्तरिक्षगता रेजुः III. 25.20a अन्तरिक्षगतां रामः III. 29 27c अन्तरिक्षगता वाचः III. 54.IOC अन्तरिक्षगताः सर्वे VI. 69.IIa ,, , , 79.25c अन्तरिक्षचरं ध्रुवम् VII. 25.10b अन्तरिक्षं निरीक्षन्तः VI. 46.8a अन्तरिक्षमथो मही VI. 71.52d अन्तरिक्षं महाकपे IV. 66.23b अन्तरिक्षस्थितः श्रीमान् V. 43.20a अन्तरिक्षाच्च निर्घाताः VI. 22.9c अन्तरिक्षात्पपातोल्का VI. 57.35c , 95.47a अन्तरिक्षात्प्रदीप्तायाः VI. I00.6oc अन्तरिक्षात्सुभास्वरा I. 73.37b अन्तरिक्षान्महाप्रभुः VII. 41.2d अन्तरिक्षेच भूमौ च VI. 107.64c ___, , VII. 97.24a अन्तरिक्षे च वागुक्ता II. II8.3ra अन्तरिक्षे बबन्धतुः VI. 88.63d . ( अन्तरिक्षेऽमिसंपन्ने VI. 89.32a : ... Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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