Book Title: Valmiki Ramayana Pada Suchi Part 1
Author(s): Govindlal H Bhatt
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 57
________________ ५० अभिषिच्य नरर्षभः I. 42.Iod अभिषिच्य नराधिप VII. I07.7b अभिषिच्य पुरस्कृतम् II. 79.IIb अभिषिच्य महात्मानौ VII. I07.I7c अभिषिच्य महीपतिम् VII. 78.9b अभिषिच्य हुताग्निकान् II. II9.17b अभिषिच्याङ्गदं वीरम् VII. I08.22a अभिषिच्यार्यपादुके II. II5.23b अभिषिञ्च विभीषणम् IV. 19.25c अभिषिञ्चस्व चाचैव II. I0I.8c अभिषिञ्चस्व पार्थिवम् II. 2.21d अभिषिञ्चस्व राज्ये च IV. 26.18a अभिषेकं करिष्यामि II. 27.19c अभिषेकजलक्लिन्ना III. 55.27a अभिषेकं च काकुत्स्थ VII.62.21c अभिषेकं च चक्रिरे VII. I02.1od अभिषेकनित्यर्थ II. 22.5c अभिषेकं न जानामि II. 75.3a अभिषेकपुरःसरम् II. 15.IIb अभिषेकमिदं त्यक्त्वा II. 18.37c अभिषेकविधानेन II. 23.23c अभिषेकविधानं तु II. 22.11a अभिषेकसमारम्भः II. II.24c अभिषेकसमारम्भम् VII. 63.12c अभिषेकात्परं प्रियम् V. 33.24b अभिषेकाय तु पितुः III. 47.13c अभिषेकाय रामस्य VI. 128.58a " , II. 3.6c , I4.4IC " " , 15.4a " , VI. I28.48c अभिषेकाय हि जनः II. 14.15c अभिषेकार्थमाहृतम् II. 14.34d अभिषेकार्थमुत्तमम् II. 22.4b अभिषेकार्थमुद्यतः III. 16.2gb | अभिषेकेण संपूज्य VII. 59.17c अभिषेके तदर्हस्य VI. 128.72a अभिषेके नृपोद्यते II. 26.22b अभिषेको यदा सज्जः II. 26.18a अभिषेक्ता हि राघवम् II. 7.IId अभिषेक्तुं यथाविधि IV. 26.29b अभिषेक्ष्यति राघवः VII. 51.26b अभिषेक्ष्यति रामं तु II. 72.27a अभिषेक्ष्यन्ति काकुत्स्थम् II. 88.20a अभिषेक्ष्यामि पुत्रक II. 4.16d अभिषेक्ष्यामि राघवम् VII. 63.Iod अभिषेचनविघ्नस्य II. 23.39c अभिषेचनसंभृतैः II. 22.27b अभिषेचनसंयुक्ताः II. I5.30a अभिषेचनसंहितम II. 16.Itd अभिषेचनिकं भाण्डम् II. 79.6a अभिषेचनिकी क्रियाम् II. 22.26d अभिषेचय चात्मानम् II. 79.5c ___, , ,, 102.3c , , VI. 120.2IC अभिषेचयतां ततः II. 22.12d अभिषेचयितुं राजा V. 33. 18c अभिषेचयितुं रामम् III. 47.5c अभिष्टुतो वैश्रवणो यथा ययौ II. 16.46d अभिष्टोतुं प्रचक्रमे II. 14.45d अभिसंजात योषाणाम् VI. 58.6c अभिसंत्रस्तचेतनः II. I0.27b अभिसंघातुमारेभे IV. 54.50 अभिसंस्तभ्य वाग्बलम् II. 64.12b अभिहन्तारमाहवे VI. 122.9b अभीक्ष्णं च विजृम्भते VI. 26.15b अभीक्ष्णं निःश्वसन्तौ वै VI. 88.58a अभीक्ष्णमन्तर्दधतुः VI. 89.28c अभीक्ष्णं परिमार्जति II. 72.3rd अभीक्ष्णवर्षोदकविक्षतेषु IV. 28.16c Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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