Book Title: Valmiki Ramayana Pada Suchi Part 1
Author(s): Govindlal H Bhatt
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 121
________________ 2.१८ इदं वचनमब्रवीत् I. 26.33b ,, 32.15d इदं बाष्पपरिप्लुतः VI. 84.6d इदं ब्रूयाञ्च मे नाथम् V. 38.64a इदं भद्रं कुरुष्व ह II. I09.23d इदं भयं महाघोरम् VI. 94.26c इदं भुव महाराज II. I03.30a इदं मधुरभाषिणी VI. 33.20d इदं मधुरया गिरा V. 35.Id इदं मम महासत्वम् V. I.175a. इदं ममापरं वाक्यम् VI. 8.12a इदं महेन्द्रोपमभीमविक्रम IV. 18.66c इदं मुहूर्तमायाति VII. 34.6c इदं मुहूर्त तिष्ठस्व VII. 34.9c इदं मुहूर्तं दुःखानाम् V. 67.27a इदं मूलं फलं च नः I. 10.17d इदं मूलहरे महत् VI. II0.20d इदं मृष्टमिदं स्वादु IV. 1.87c इदं मे किंत्विति ज्ञात्वा VII. 2.18c इदं मेध्यमिदं स्वादु II. 96.2a इदं मे हृदयं दृढम् IV. 23.10d इदं योजनपर्यन्तम् VII. 81.14a इदं रक्षामि भवनम् IV. 51.17a. इदं राज्यं च सकलम् VII. 60.14a इदं राज्यमकण्टकम् III. 47.15b इदं राज्यमहं चैव VII. 38.ga इदं राज्यमिमे पुत्राः VII. 33.12c इदं राज्य महाप्राज्ञ II. II2.13a इदं राममभाषत II. 4.38d इदं राम महावनम् IV. II.65b इदं रुद्ध्वा विनर्दसे IV II.30b इदं रूपं विहायाशु I. 25.13% इदं वचः कर्म च मेऽनुरूपम् IV. 24.8d इदं वचनमक्लीबम् VII. 83.18a इदं वचनमब्रवम् V. 67.25b इदं वचनमब्रवीत् I. 2.14d " , 26.21b ,, 54.9b " 56.2d , 58.7b , 60.17 II. 2.23d , 7.13d , 15.25b , 29.Id , 38.12d , 46.Id ,, 52.74d , 56.5d . , 56.21d , 59.17d ,, 63.5d ,, 73.Id , 78.1d , 89.id ,, II7.14d III. 4.9d ,, 7.7d , 8.10d ,, 12.10b , 15.6d , 31.12d 42.5d , 56.26d ., 64.74d ,, 68.1d ,, 68.8d IV. 1.16d ,, 8.rd , 16.red Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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