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(६) अनंत गुणा कर्कश पुगल द्रव्य अनंत गुणे। (७) तस्य प्रदेश अनंत गुणे ।
इसी माफिक मृदुल, गुरु, लघु भी समझ लेना । कुल ६९ अल्पाबहुत्व हुई।३ द्रव्य की, ३ क्षेत्र की, ३ काल की, और ६० भाव की।
. सेवंभंते सेवभंते तमेव सञ्चम् ।
थोकडा नं० ६२.
श्री भगवती सूत्र श० २५-उ० ४. ( १ ) द्रव्य प्रदेशापेक्षा पुच्छा।
हे भगवान् ! एक परमाणु पुद्गल द्रव्यापेक्षा क्या कुडजुम्मा है यावत् कलयुगा है ? गौतम ! कलयुगा है, शेष तीन भांगा नहीं एवं यावत् अनंत प्रदेशी स्कन्ध द्रव्यापेक्षा कलयुगा है।
घणा परमाणु पुद्गल की द्रव्यापेक्षा पृच्छा ? गौनम ! समुषयापेक्षा स्यात् कुडजुम्मा स्यात् चारों भांगा पावे, अलग २ को अपेक्षा केवल कलयुगा शेष ३ भांगा नहीं एवं यावत् अनंत प्रदेशी स्कन्ध भी समझना।
एक परमाणु पुदल प्रदेशापेक्षा पृच्छा! (गोतम कलयुगा है शेष भागा नहीं, एक दोपदेशी स्कंधको प्रच्छा! गौतम दापरमुम्मा है, एक तीन प्रदेशी स्कंध तेउगा है, एक चार प्रदेशी स्कंध कुडजुम्मा है, एक पांच प्रदेशी स्कंध कलयुगा है, एक के प्रदेशी स्कंध दावरजुम्मा है, एक सात प्रदेशी स्कंध तेउगा है, एक आठ प्रदेशी स्कंध कुडजुम्मा है, नव प्रदेशी स्कंध कलयुगा