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संख्याते असंख्या० अनंत० प्रदेशी के सूक्ष्म और बादर के भी छे छे भांगे समझ लेना एवं सर्व भागे ७६ हुवे ।
(२) परमाणु पु० तरवार की धारसे छेदन भेदन नहीं होघे, अग्नि में जले नहीं, पुष्करावृत मेघ वर्षे तो सडे नहीं एवं दो प्रदेशी यावत् सूक्ष्म अनंत प्रदेशी और वादर अनन्त प्रदेशी छेदन भेदन जले या सडे गले विद्वंस होवे और स्यात् नही भी होवे।
(३) परमाणु पु० क्या सार्द्ध है, समध्य है, सप्रदेश है, अनार्दू है, अमध्य है, अप्रदेश है? इन छे वोलों में एक अप्रदेशी है शेष सुन्य है दो प्रदेशी पृच्छा छ बोलों में दो बोल पावे सार्द्ध
और सप्रदेश एवं ४-६-८-१० प्रदेशी में भी समझ लेना और तीन प्रदेशी में दो बोल समध्य सप्रदेश एवं ५-७-९ प्रदेशी
और संख्यात प्रदेशी में छे बोलों में से १ अप्रदेशी वर्ज के शेष ५ बोल पावे एवं असं० अनं० प्रदेशी भी समजलेना।
(४) परमाणु पु० परमाणु पु० ने स्पर्श करता जावे तो नीचे लिखे नौ भागों में से कितना भांगा स्पर्शे (१) देश से देश (२) देश से देशा(३) देश से सर्व (४) देश से देश (५) देशा से देशा (६) देशा से सर्व (७) सर्वसे देश (८) सर्व से देशा (९) सर्व से सर्व, जिस्मे परमाणु पुद्गल सर्व से सर्व स्पर्शे परमाणु पुद्गल ने स्पर्शतो जावे तो भांगा एक १ परमाणु पुद्गल दो प्रदेशी ने स्पर्श तो जाये तो भागा दो पावे ७-९ मो परमाणु तीन परदेशी ने स्पर्श तो जावेतो भांगा ३ पावे ७.८-९ यावत् अनं० प्रदेशी कहना।
दो प्रदेशी परमाणु को स्पर्शतो जावे तो भांग २ पावे ३-१ दो प्रदेशी दो प्र०को स्पर्शतो जावे तो भांगा ४ पाये १-३-७-९
१ जहां पर देशा शब्द हो वहां वहुवचन समझो ।