________________
२२१
तक
७८ सा० छे० य. १८ । ९२ असोचा केवली , १० ७९ सा० सू० य. १०८ ९३ एक समयसे आठ ८० सा०प० य० सू० "१८ समय तक " ३२ ८१ सा० छे० सू० य० " १० | ९४ एक समयसे सात ८२ मति श्रुत " ४ समय तक , ८३ मति, श्रुति, अवधि ” १० ९५ एक समयसे छे समय ८४ मति,श्रुति, मनः पर्यव ,, १० ८५ मति, श्रुति, अवधि, ९६ एक समयसे पांच मनः
, १०८
समय तक ८६ अनन्तकाल पडिवाई,, १०८।।
. , ७२ १७ असंख्या कालके पडि- ९७ एक समयसे चार
१. समय तक , ८४ ८८ संख्याते कालके पडि- ९८ एक समयसे तीन वाई
समय तक , ९६ ८९ अपडिवाई , ४
९९ एक समयसे दो सम९० उपशम श्रेणिसे आये
" ५४ य तक .११ क्षपक श्रेणिसे आये १०० एक समय निरंतर , १०८
, १०८ १०१ सान्तर , १०८
बाई
सेवंभंते सेवंभंते तमेव सच्चम् ।
-*
*