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बारहवे गु० तक ज० संख्याते सेंकडो उ० सं० सेंकडो । तेरहवे न० गु० प्रत्येक कोड | चौदहवे गु० ज० उ० प्रत्येक सो जीव मीले । इति द्वारम् |
(४५) क्षेत्र प्रमाण द्वार - एक जीवापेक्षा पहले से चोथे गुणस्थान तक ज० अंगुलके असंख्यातमे भाग उ० हजार योजन साधिक क्षेत्रमें होवे । पांचवे गु० ज० प्रत्येक हाथ उ० हजार योजन | छटे गु० से बारहवे गु० ज० प्रत्येक हाथ उ० पाँचसेा धनुष्य, तेरहवे गु० ज० प्र० हाथ उ० सर्व लोकमें चौदहवे गु० ज०म० हाथ उ० पांचसो धनुष्य । बहुत जीवोंकि अपेक्षा पहले गु० न० उ० सर्व लोकमें, दूसरे गु० से बारहवे गु० तक ज० लौक के असंख्यातमें भाग उ० लौकके असंख्यातमे भाग.. . तेरहवे ज० लौक० असं० भाग० उ० सर्व लोकमें। चौदहवे गु० ज० लोक ० असं ० ० भाग, उ० लोकके असंख्यातमे भाग इति ।
(४६) निरन्तर द्वार - जघन्यापेक्षा पहले गु० सर्वदा यानि सर्व कालमें पहले गुणस्थानमें जीव निरन्तर आया करते है दूसरे से चौद वे गुणस्थान तक दो समय तक निरन्तर आवे | उत्कृष्टापेक्षा - पहले गुरु सर्व काल तक निरन्तर आवे. दूसरे तीसरे चोथे गु· पल्योपमके असंख्यात भागके काल जीतनी बखत आवे | पांचवे गु० आवलिकाके असं० भाग० छटे सातवे मु० • आठ समय तक निरान्तर आवे । आठवे से इग्यारवे गु० तक संख्यात समय तक, बारहवा आठ समय तक, तेरहवा सर्वदा. चौदहा आठ समय तक जीवों को निरन्तर आया करता है इति ।
(४७) स्थितिद्वार - जघन्य स्थिति अपेक्षा पहले तीसरे गु० अन्तर महुर्त दूसरे से इग्यारवे तक एक समय. बारहवे. तेरहवे. चौदहवे. कि अन्तर महुर्त कि जघन्य स्थिति है.