________________ देवोंके श्वासोच्छ्वास तथा आहारका कालप्रमाण ] गाथा-१८१ [359 . // संक्षिप्त कालमान और श्वासोच्छवास संख्यायंत्र // गिनती उत्तर | उत्तरकी श्वासोच्छ्वास संख्या 1 स्तोक आधि-व्याधिसे मुक्त 1 प्राण 1 श्वासोच्छ्वास मनुष्यके एक निःश्वास उच्छवास पर ऐसे सात प्राण पर उसके 7 श्वासोश्वास ऐसे सात स्तोक पर 1 लव उसके 49 श्वासोश्वास ऐसे सतहत्तर लव पर 1 मुहूर्त ३२४इसके 3773 श्वास ऐसे तीस मुहूर्त पर 1 अहोरात्र इसके 113190 श्वासोश्वास ऐसे पन्द्रह अहोरात्र पर 1 पक्ष - इसके 1697850 श्वासोश्वास ऐसे दो पक्षसे . 1 मास इसके 3395700 श्वासोश्वास ऐसे बारह माससे 1 वर्ष (साल) | | 40748400 ऐसे असंख्य वर्ष पर 1 पल्योपम असंख्य ऐसे दस कोडांकाडी पल्योपम पर | 1 सागरोपम असंख्यगुण ऐसे दस कोडाकोडी सागरोपम पर 1 उत्सर्पिणी ऐसी एक उत्सर्पिणी और | अवसर्पिणी - अवसर्पिणीसे 1 कालचक्र अनन्ता कालचकसे 1 पुद्गलपरावर्त अवतरण-मनुष्याश्रयी श्वासोच्छ्वासका प्रमाण दर्शानेके बाद अब उस कथनको वैमानिक देवोंमें सीधा और सादा (सागरोपमकी संख्याके) उपाय द्वारा घटाते हैं / -अयरसंखया देवे / परखेहिं ऊसासो, वाससहस्सेहिं आहारो // 181 / / गाथार्थ-विशेषार्थवत् / // 181 / / विशेषार्थ-अयर अर्थात् सागरोपम / उसकी संख्यानुसार ही देवमें उच्छ्वास और आहारका नियमन होता है / उदाहरणके तौरपर देखें तो वैमानिक निकायमें जिन देवोंका 324. श्वासोच्छ्वासका मतलब छातीकी धड़कन गिने तो एक मिनटमें पन्द्रहके हिसाबसे 1 मुहूर्त = 48 मिनटमें 720 ही होता है /