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★ रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान ★
वाद-विवाद को दर्शाता है। लाल बत्ती के प्रयोग का अर्थ दुर्घटना से बचाना है । लाल बत्ती में लाल रंग पुलिस द्वारा ट्रेफिक में प्रयुक्त होता है । फायर ब्रिगेड, डाक गाड़ी, एम्बुलैन्स, इंजन आदि सभी लाल रंग में होते हैं । रेडक्रॉस लाल रंग का होता है। भारत में व्यापारी बहीखाता लाल रंग का रखते हैं ताकि किसी प्रकार का नुकसान न हो ।
लाल रंग मुख्यतः ताकत प्रदान करता है । यह दुर्घटना से बचाव व खतरे के बारे में बताता है । इसी कारण पूरे संसार में लाल रंग की महत्ता अत्यधिक है तथा इसे दुर्घटना से बचाव, झगड़ा रोकना, आग बुझाना एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने व बुरी नजर से बचाने के लिए प्रयुक्त किया जाता है ।
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लाल रंग सूर्य के द्वारा संचालित होता है। सूर्य राजा है। जिनका सूर्य तेज होता है वे उच्च पदाधिकारी आदि बनते हैं । वे साहसी, क्रियाशील तथा आशावादी होते हैं ।
लाल रंग की कमी के कारण शरीर में कई तरह की बीमारियाँ हो जाती हैं, जैसे- मानसिक रोग, कम दिखना, ऐनेमिक, सिर दर्द आदि । सर्दियों में लाल रंग के कपड़े शरीर को गर्म रखने में सहायक होते हैं । अस्पतालों में अधिकतर लाल कम्बल रोगी को इसलिए दिया जाता है ताकि मरीज जल्दी ठीक हो ।
लाल रंग की अधिकता भी नुकसानदायक है। जैसे - आँखों की बीमारी, जलन, फोड़ा आदि हो जाते हैं तब ठण्डे रत्न, चन्द्रकान्त मणि, नीलम, पुखराज आदि में से एक या दो पत्थरों के प्रयोग से रोगी ठीक हो जाते हैं
बैंगनी रंग (संचालक - शनि)
यह रंग वायु तत्त्व है। यह रंग व्यक्ति को मेहनती, सुरक्षात्मक, धैर्यपूर्वक कार्य करना, मितव्ययी, स्थिरता, आत्म-नियन्त्रण आदि प्रदान करता है । यह रंग ठण्डा भी होता है। अतः व्यक्ति भी ठण्डा करके कोई भी चीज खाना या ठण्डी वस्तुओं को पसन्द करता है । यह रंग अध्यात्म के क्षेत्र व शोध के क्षेत्र में बढ़ावा देता है ।
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