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★ रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान ★ बढ़ाएगा तथा घरेलू सुखों में वृद्धि करेगा। ५. सूर्य-मंत्रणा-शक्ति को बढ़ाएगा। राज्य की ओर से अनुकूलन और
लाभ प्रदान करेगा। पुत्र-प्राप्ति में सहायता देगा और भाग्य में वृद्धि
करेगा। ६. गुरु-राज्याधिकारियों को अनुकूल बनाएगा और राज्यसत्ता की प्राप्ति
कराएगा। धन, आयु और स्वास्थ्य में वृद्धि करेगा। पारिवारिक समस्याओं को दूर करेगा। उन्नति देगा तथा भाग्य को उज्जवल करेगा और सम्पत्ति का लाभ देगा। आयु की वृद्धि करेगा। पूरे परिवार को लाभ प्रदान करेगा।
यदि मेष लग्न वाले व्यक्ति माणिक्य, मूंगा और नीलम धारण करें तो इन रत्नों की संयुक्तशक्ति उनके लिए अनुकूल रहेगी।
वृष लग्न १. शुक्र-ऋण को कम करेगा। शत्रु बाधा को कम करेगा। धन का लाभ
कराएगा। २. बुध-अकस्मात् धन-प्राप्ति में सहायक होगा। विद्या में उन्नति, वाणी
के दोषों का शमन, मंत्रणा तथा ज्ञानशक्ति में वृद्धि और परीक्षाओं में
सफलता दिलाएगा। ३. चन्द्र-धन की वृद्धि करेगा। दीर्घायु प्रदान करेगा। पुरुषार्थ बढ़ाएगा
और बाहु को बलान्वित करेगा। ४. सूर्य-सभी प्रकार के सुखों में वृद्धि करेगा। मकान, वाहनादि की
प्राप्ति कराएगा। जनता में सम्मान और लोकप्रियता बढ़ाएगा, राज्य की
ओर से सम्मान में वृद्धि कराएगा। ५. मंगल-व्यापार में वृद्धि, राज्य की ओर से सम्मान, रक्षा-विभाग के
अधिकारियों से सम्पर्क तथा नौकरी आदि में पदोन्नति दिलाता है। ६. गुरु-शुभ यज्ञीय कर्मों में भी प्रवृत्ति बढ़ाता है। आयु में वृद्धि करता है
और धन को बढ़ाता है। ७. शनि-धन, मान्य और भाग्य को बढ़ाएगा। शारीरिक कान्ति बढ़ाकर
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