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★ रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान * ४. शुक्र-शत्रुओं से सन्धि होगी। पत्नी के स्वास्थ्य में वृद्धि होगी। भोग
विलास से सन्तुष्टि मिलेगी। शत्रुओं से लाभ मिलेगा। ५. बुध-राज्य की ओर से सहयोग तथा सहायता प्राप्त होगी। धार्मिक
कार्यों में रुचि बढ़ेगी। ६. चन्द्र-चन्द्रमा अष्टमेश बनता है। इसके बलवान किए जाने पर धन में
वृद्धि होगी। मन शान्त व अनुसंधान कार्यों में सफलता मिलेगी। धनु लग्न वालों के लिए माणिक्य लाभप्रद होगा।
मकर लग्न १. शनि-शनि के बलवान किए जाने पर आयु, स्वास्थ्य, धन, विद्या सभी
में वृद्धि होगी। वाणी में सुधार होगा। २. गुरु-पारिवारिक लोगों को लाभ पहुँचेगा। मित्रों से अधिक लाभ की
आशा करनी चाहिए। ३. मंगल-जमीन-जायदाद से लाभ होगा। ४. शुक्र-सुख में विशेष वृद्धि, धर्म में विशेष रुचि तथा आकस्मिक रूप
से अपार धन की प्राप्ति होगी। ५. बुध-सुख और शान्ति में वृद्धि होगी। पदोन्नति होगी। धन मिलेगा
तथा रति-विलास का आनन्द बढ़ेगा। ६. चन्द्र-चन्द्रमा सप्तमेश बनता है। इसे बलवान करने पर व्यापार,
राज्यकृपा तथा धन में वृद्धि होगी। मन को अत्यधिक शान्ति मिलेगी। ७. सूर्य-यह अनुसंधान कार्यों में सफलता देगा और उत्तम स्वास्थ्य प्रदान
करेगा। मकर लग्न वालों के लिए हीरा व नीलम पहनना लाभप्रद होगा।
कुम्भ लग्न १. शनि-धन में वृद्धि करेगा, व्यय को कम करेगा और स्नायु को बल
देगा। पुत्र की आयु तथा भाग्य में वृद्धि करेगा, क्योंकि लग्नेश और द्वादशेश बननता है।
दगा। पुनको अधि तयेगभन्या कोक करुगे, क्षीरकला को आस
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