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★ रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान * प्रभाव पहनने के समय से ३ वर्ष ३ दिन तक रहता है। इसके बाद नया मूंगा धारण करना चाहिये।
बुध रत्न पन्ना (Emerald) ३ रत्ती का पन्ना कम प्रभावशाली, ६ रत्ती का पन्ना मध्यम प्रभावशाली होता है । ६ रत्ती से अधिक पन्ना ज्यादा प्रभावशाली होता है । इसे भी सोने की अंगूठी में जड़वाकर पहनना चाहिये। पहनने के दिन से इसका प्रभाव ३ वर्ष तक रहता है। इसके बाद दूसरा धारण करना चाहिये।
बृहस्पतिरत्न पुखराज (Topaz, Yellow Sapphire)
पुखराज कम से कम ४ रत्ती का होना आवश्यक है इससे कम का नहीं। इसे किसी सोने या चाँदी की अंगूठी में मढ़वाकर धारण करना चाहिये। अँगूठी पहनने के दिन से पुखराज का प्रभाव चार साल तीन महीने अट्ठारह दिन तक रहता है।
शुक्र रत्न हीरा (Diamond) ७ रत्ती या इससे ज्यादा सोने की अंगूठी में १ रत्ती से बड़ा हीरा जड़वाकर पहनने से प्रभावशाली होता है अन्यथा नहीं। हीरा जितना बड़ा होगा लाभ भी ज्यादा होगा। इसके लिये सोने की अंगूठी ही होनी चाहिये। अन्य नहीं। हीरा रत्न का प्रभाव सात वर्षों तक रहता है इसके पश्चात दूसरा लेना चाहिये।
शनि रत्न नीलम (Blue Sapphire) नीलम कम-से-कम चार रत्ती वजन या इससे अधिक वजन का होना चाहिये तभी ज्यादा प्रभावशाली होगा। नीलम को पंचधातु या लोहे की अंगूठी में धारण करना चाहिये। वैसे सोने की अंगूठी में भी पहन सकते हैं। नीलम धारण करने के दिन से यह पाँच वर्षों तक प्रभाव बनाये रखता है। इसके बाद दूसरा नीलम लेना चाहिये।
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