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★ रत्न उपरल और नग नगीना ज्ञान *
११९ का सफेद काले धब्बे वाला होता है। यह उत्तर दिशा में पर्वतों पर पाया जाता है।
संग कुरंज-यह रत्न भारी सोने, चाँदी के समान चमकदार, सफेद और गुलाबी मिश्र मटमैला रंग का होता है। यह काशी, गया, हिमालय, विन्ध्य शिखर पर बहुत होता है।
शनि उपरत्न-नीलम के संग (Amethyst)
संग लीली-यह नीला रंग में हरा, ललाई लिये बहुत चमकदार होता है। यह बर्मा, हिमालय, नर्मदा नदी, गंगा नदी, आबू तथा सिन्धु के किनारे पाया जाता है।
संग जमुनिया-यह जमुना सा नीला, सुर्ख, बिना मेल, गुलाबी सफेद, नीला माणिक जैसा चिकना तथा साफ और हल्का होता है। जो त्रिकूट पर्वत, हिमालय पर्वत, विन्ध्य पर्वत और ढुंढार देश में पैदा होता है।
राहु उपरत्न-गोमेद के संग (Tursawa)
संग तुरसावा-यह चिकना, हल्का, साफ, चमकदार पीला, लाल, स्याह और हरे रंग का होता है। यह अरब, ईरान और मदीना में पाया जाता है। कभी-कभी हिमालय की नदियों में भी मिलता है।
संग साफी-यह चिकना, मटमैला, रूखा और खाकी होता है। जो हिमालय, विन्ध्य प्रदेश व तुर्किस्तान में पैदा होता है।
केतु उपरत्न-लहसुनिया के संग (Alekzendrite)
संग लसवनी-यह लाल, सफेद, पीला, हरा, काला आदि सभी रंगों का होता है । यह हल्के रंग का और चिकना होता है । ये लंका, सिन्धु, स्याम, बर्मा, तुर्किस्तान विन्ध्यप्रदेश, हिमालय की नदियों में पाया जाता है।
संग गोदन्ती-गो दांत के समान, चावल के रंग सा सफेद, चमकदार, कौआ के पंख की धूनी देने वाले काले कमल के समान हो जाता है। यह ईरान, गंडकी नेपाल, विन्ध्य आदि पर्वतों में होता है।
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