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★ रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान ★
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हकीक व कारलियन जाति के उपरत्नों में केवल ताप देने से ही रंग निखर जाता है। इसी प्रकार फिरोजा, अम्बर, लोपिस सेजुली आदि को रंगा जाता है तथा कटैला, पीला पुखराज तेज धूप में अपना प्राकृतिक रंग भी छोड़ देते हैं
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रत्नों का तौल
अन्तर्राष्ट्रीय प्रणाली में रत्नों की तौल का नाम कैरट है ।
१०० सैन्ट
१ कैरट
२०० मि.ग्रा. ५८.१८ कैरट
१ तोला, ५ कैरेट
१ ग्राम
परन्तु भारत में कुछ विशेष शहरों को छोड़कर जिनमें कैरट प्रणाली चलती है। शेष जगह पर कच्ची व पक्की रत्ती में नगों को तौला जाता है ।
१२१ मि.ग्रा.
१८० मि.ग्रा.
९३.७५ कैरट ९० कैरट ९०.५ कैरट
कच्ची रत्ती
पक्की रत्ती
मुम्बई में :
जयपुर में : कलकत्ता में :
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१०० रत्ती
१०० रत्ती १०० रत्ती
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