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* रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान * चेहरे पर उज्ज्वलता लाता है। वृष लग्न वाले नीलम, पन्ना और हीरा पहनें तो लाभप्रद होगा।
मिथुन लग्न १. बुध-मानसिक शान्ति रहती है। धन और सुख-सामग्री बढ़ेंगे। विद्या
और बुद्धि में उन्नति होगी। पिता की आयु में वृद्धि होगी। २. चन्द्र-चन्द्र के बलान्वित होने से धन में वृद्धि, मन में शान्ति की प्राप्ति
और विद्या में वृद्धि होती है। ३. सूर्य-आयु में वृद्धि, छोटे भाइयों की आयु की वृद्धि, मित्रों की प्राप्ति
और सम्मान और राज्यकृपा की प्राप्ति होती है। ४. शुक्र-भोग-विलास और रति-सुख की प्राप्ति, भाग्य में वृद्धि होती
५. मंगल-केवल लाभ की दृष्टि से इसे धारण किया जा सकता है, किसी
और उद्देश्य से नहीं। ६. गुरु-गुरु सप्तम और दशम भावों का स्वामी बनता है। गुरु को बलवान
किया जाना राजसत्ता की प्राप्ति से बहुत सहायक होता है। ७. शनि-यह मुख्यतया भाग्य भवन का फल करेगा, भाग्य को बढ़ाएगा।
आयु और राज्यकृपा की वृद्धि करेगा। मिथुन लग्न वालों के लिए हीरा व पन्ना लाभप्रद होगा।
कर्क लग्न १. चन्द्र-चन्द्र लग्न का स्वामी होगा। इसके बलान्वित होने से धन, यश,
आयु सभी की वृद्धि होगी। २. सूर्य-अधिकार की प्राप्ति, धन और विद्या की वृद्धि तथा वाणी के
दोषों का निवारण होता है। ३. बुध-बुध का पीड़ित और निर्बल अवस्था में रहना ही अभीष्ट है,
क्योंकि निर्बल रहकर, बुध विपरीत राजयोग की सृष्टि करेगा। यदि बुध, सूर्य, मंगल अथवा गुरु लग्न के मित्रों के प्रभाव में हों, तो पन्ना
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